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ओड़िशा में स्टील प्लांट का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने मार-मारकर सुता दिया, देखें Video

ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिला में ग्रामीणों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायीं, जिसमें कई लोग घायल हो गये हैं. जानें, क्या है पूरा मामला...

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2022 7:08 PM
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जगतसिंहपुर: ओड़िशा (Odisha News) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया. पुलिस वालों ने करीब 500 ग्रामीणों पर लाठी चार्ज कर दिया और बेहद कमजोर एवं बुजुर्गों को लाठी से मार-मारकर सुता दिया. कई लोग घायल हो गये. जगतसिंहपुर जिला (Jagatsinghpur District) के धिनकिया गांव (Dhinkiya Village) में हुई पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. हालांकि, ओड़िशा के जगतसिंहपुर जिला के एडीशनल एसपी पुलिस की कार्रवाई को न्यूनतम बल का प्रयोग बता रहे हैं.

ओड़िशा (Odisha News) के जगतसिंहपुर जिला में प्रस्तावित स्टील प्लांट (Steel Plant) के खिलाफ शुक्रवार (14 जनवरी 2022) को ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीण जब प्रस्तावित स्टील प्लांट की साइट पर विरोध कर रहे थे, उसी समय पुलिस ने उनके खिलाफ बर्बर कार्रवाई की. ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. 32 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि एक बूढ़ा व्यक्ति भागते-भागते गिर गया, तो पुलिस ने उस पर जमकर लाठियां बरसायीं.

वीडियो में यह भी दिख रहा है कि एक-दो लोगों को कई पुलिसवालों ने घेरकर उसे लाठियों से पीटा. इसमें एक व्यक्ति जमीन पर गिर गया. दूसरे को जब लाठी से पुलिसवाले पीटने लगे, तो एक ग्रामीण ने इसका प्रतिवाद किया और पुलिसवाले ने उन्हें छोड़ दिया. वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कुछ बूढ़े लोग पुलिस की लाठी खाने से बचने के लिए जमीन पर लेट गये. ऐसे लोगों पर हालांकि, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.

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जगतसिंहपुर के एडीशनल एसपी उमेश पांडा ने पुलिस की इस कार्रवाई का बचाव किया है. उन्होंने ग्रामीणों के उस जगह पर जुटने को गैरकानूनी करार दिया है. एएसपी श्री पांडा ने कहा कि शुक्रवार को दिन में करीब 11 बजे गांव के करीब 500 लोग गैरकानूनी तरीके एकत्र हुए थे. पुलिस ने उनसे जगह को खाली करने का आग्रह किया. इन लोगों ने रैली के लिए पुलिस से अनुमति भी नहीं ली थी.

उमेश पांडा न कहा कि पुलिस ने उन्हें उस जगह से हटने के लिए कहा, तो ग्रामीणों ने उनके साथ बदसलूकी की. पुलिस वालों के साथ ग्रामीणों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस वालों को उन पर लाठी चलानी पड़ी. उमेश पांडा ने कहा है कि पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया.

Posted By: Mithilesh Jha

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