मोहाली ब्लास्ट मामले में बड़ी कामयाबी, धमाके के लिए इस्तेमाल किए गए तीन मोबाइल फोन और फॉर्च्यूनर बरामद
मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हमले की साजिश पाकिस्तान के आतंकी संगठनों की ओर से रची गई थी. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों की ओर से पूरी तैयारी के साथ रॉकेट लॉन्चर के साथ अन्य विस्फोटक सामान और हथियार उपलब्ध कराए गए थे.
चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर अभी हाल ही में हुए बम विस्फोट मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. इस मामले में पंजाब पुलिस ने घटना को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन और रेकी के लिए प्रयोग की गई फॉर्च्यूनर को बरामद कर लिया है. इसके साथ ही, पुलिस को कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे हैं. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब पुलिस ने मोहाली विस्फोट मामले में गिरफ्तार किए गए जगदीप सिंह कंग की निशानदेही पर इन चीजों को बरामद किया है. बताया यह भी जा रहा है कि सात मई को पुलिस मुख्यालय पर धमाका करने से पहले मुख्य आरोपी जगदीप सिंह कंग ने ही ये सारे इंतजामात किए थे.
पाकिस्तानी आतंकी संगठनों ने रची हमले की साजिश
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हमले की साजिश पाकिस्तान के आतंकी संगठनों की ओर से रची गई थी. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों की ओर से पूरी तैयारी के साथ रॉकेट लॉन्चर के साथ अन्य विस्फोटक सामान और हथियार उपलब्ध कराए गए थे. आतंकवादी संगठनों के इस हमले के पीछे सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों के मनोबल को कमजोर करने के साथ लोगों में दहशत पैदा करना था.
नेपाल भागने की फिराक में है मुख्य आरोपी
मोहाली विस्फोट मामले की जांच में जुटी पुलिस को यह भी पता चला है कि इस मामले का मुख्य आरोपी चढ़त सिंह काफी शातिर है. पुलिस को पता चला है कि आरोपी चढ़त सिंह ने अपना पासपोर्ट तक नहीं बनवाया है. कई एजेंसियों को उसकी तलाश है. सूत्रों के हवाले से मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि आरोपी अपने दो साथियों के साथ नेपाल के रास्ते विदेश में भागने की फिराक में लगा हुआ है.
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सात मई को आतंकियों ने किया था हमला
बता दें कि पिछली सात मई को पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर आतंकी हमला कर दिया गया था. इसकी जिम्मेवारी प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने ली है. पंजाब पुलिस ने इस मामले में 18 से 20 संदिग्धों की गिरफ़्तारी की है. फिलहाल, जांचकर्ता इस हमले से संबंधित और अधिक सबूत जुटाने के लिए मुख्यालय के क्षेत्र में मौजूद तीन मोबाइल टॉवर से 6 से 7 हज़ार मोबाइल डेटा डंप की जांच कर रहे हैं.