केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का गुरूवार को दिल्ली में निधन हो गया. वह 74 साल के थे. रामविलास पासवान पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती थे. बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. चिराग ने अपने ट्वीट में लिखा कि “पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं. ” खगड़िया के काफी दुरुह इलाके से निकलकर दिल्ली की सत्ता तक का सफर अपने संघर्ष के बूते तय करने वाले रामविलास पासवान ने एक विश्व रिकॉर्ड भी कायम किया था.
पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।
Miss you Papa… pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020
देश के छह प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में मंत्री रहे रामविलास पासवान का राजनीतिक जीवन काफी रोचक था. दिल्ली की सत्ता तक का सफर अपने संघर्ष के बूते तय करने वाले रामविलास पासवान ने लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मतों से जीतने का विश्व रिकॉर्ड भी कायम किया. राम विलास पासवान ने 1989 लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी. जनता दल की तरफ से लड़ते हुए उनको 6,15,129 लाख वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस के महाबीर पासवान को 5 लाख वोट से हराया.
मालूम हो कि 1996 से 2015 तक केन्द्र में सरकार बनाने वाले सभी राष्ट्रीय गठबंधन चाहे यूपीए हो या एनडीए, का वह हिस्सा बने. वहीं लालू यादव ने रामविलास पासवान के ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि रामबिलास भाई के असामयिक निधन का दुःखद समाचार सुन अति मर्माहत हूँ. विगत 45 वर्षों का अटूट रिश्ता और उनके संग लड़ी तमाम सामाजिक, राजनीतिक लड़ाइयाँ आँखों में तैर रही है. रामबिलास भाई, आप जल्दी चले गए. इससे ज़्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं.