पीके के नाम से मशहूर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant KIshor) के कांग्रेस (Congress) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं. सियासी गलियारों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. प्रशांत किशोर की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकातों और एक अहम बैठक के बाद यह माना जा रहा है कि वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर 22 जुलाई को एक बैठक कर पार्टी नेताओं से चर्चा भी की थी, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे, कमलनाथ, एके एंटनी, अजय माकन, आनंद शर्मा, हरीश रावत, अंबिका सोनी और केसी वेणुगोपाल सहित पार्टी के कई प्रमुख नेता शामिल थे.
Also Read: राहुल गांधी ने ट्वीट कर साधा मोदी सरकार पर निशाना,संसदीय कार्य मंत्री बोले- बहुत बचकानी बात करते हैं
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल कर कोई बड़ा पद दिया जा सकता है. राहुल गांधी अगले कुछ दिनों में इस पर अंतिम निर्णय लेंगे. हालांकि, उससे पहले वह पार्टी के नेताओं से परामर्श भी चाहते हैं. प्रशांत किशोर ने जो सुझाव दिए हैं और रणनीति तैयार की है, उस पर भी पार्टी अमल कर सकती है.
बंगाल विधानसभा चुनाव 2022 से पहले प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बीजेपी 100 से ज्यादा सीटें जीतती है तो वह चुनाव की रणनीति बनाने का काम छोड़ देंगे. उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगी. उनकी यह बात चुनाव नतीजे आने के बाद सच साबित हुई. बीजेपी 100 से भी कम सीटों पर सिमटकर रह गई जबकि तृणमूल कांग्रेस को 200 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली थी.
Also Read: प्रशांत किशोर लगाएंगे कांग्रेस की नैया पार! जानिए राहुल-प्रियंका से मुलाकात के क्या हैं सियासी मायने
बता दें, प्रशांत किशोर इससे पहले सितंबर 2018 में जनता दल यूनाइटेड में शामिल हुए थे. वहां उनका सफर काफी चुनौतियों भरा रहा था. वे फरवरी 2020 में पार्टी से अलग हो गए थे. अब देखना यह है कि अगर वह कांग्रेस में शामिल होते हैं तो वह इसका पुनरुद्धार कैसे करेंगे. क्या कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता उन्हें स्वीकार करेंगे.
Posted by: Achyut Kumar