जम्मू कश्मीर में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. अवैसी ने कहा कि कश्मीर में आज जो हालात हुए है इसके लिए जिम्मेदार मोदी सरकार है. मोदी सरकार इतिहास से सीख नहीं ले रही है जो गलती 1989 में हुई थी वहीं गलती नरेंद्र मोदी की सरकार वापस से कर रही है. केंद्र सरकार सिर्फ फिल्म का प्रमोशन कर रही है, और कश्मीरी पंडितों को सिर्फ चुनावी मुद्दों के रूप में देखती है.
Modi govt is not learning lessons from history. Govt is making a mistake similar to what was done in 1989. In 1989 too political outlet was shut down, and politicians of the valley (Kashmir) were not allowed to speak. They are making the same mistake: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/dID8bj3QEG
— ANI (@ANI) June 2, 2022
ओवैसी ने कहा कि 1989 में भी राजनीतिक आउटलेट बंद कर दिया गया था और घाटी के राजनेताओं को बोलने की अनुमति नहीं थी. 1987 के चुनाव में धांधली हुई थी और इसका परिणाम 1989 में देखा गया था. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार सिर्फ फिल्म का प्रमोशन कर रही है और आपको लग रहा है कि फिल्म के प्रमोशन से कश्मीरी पंडित ( kashmiri pandit ) का भला होगा. ऐसी चीजें आतंकवाद को बढ़ावा दे रही हैं. इसकी जिम्मेदारी मोदी सरकार पर है.
गुरुवार को केंद्र के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट करते हुए हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा कि जिनको कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा करनी है, उनको फिल्म के प्रचार से फुर्सत नहीं है. उन्होंने यह दावा भी किया कि भारतीय जनता पार्टी ने कश्मीर को सिर्फ अपनी सत्ता की सीढ़ी बनाया है. वहीं, ट्वीट के माध्यम से इशारों-इशारों में गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. शाह ने बुधवार को यहां एक विशेष स्क्रीनिंग में अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म सम्राट पृथ्वीराज देखी थी.
बैंक मैनेजर, टीचर और कई मासूम लोग रोज़ मारे जा रहे हैं, कश्मीरी पंडित पलायन कर रहे हैं।
जिनको इनकी सुरक्षा करनी है, उनको फिल्म के प्रमोशन से फुर्सत नहीं है। भाजपा ने कश्मीर को सिर्फ अपनी सत्ता की सीढ़ी बनाया है।
कश्मीर में अमन कायम करने के लिए तुरंत कदम उठाइए, प्रधानमंत्री जी। pic.twitter.com/cWaHH8pONh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2022
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को आतंकवादियों ने बैंक परिसर में राजस्थान से नाता रखने वाले एक बैंक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी. इससे पहले आंतकवादियों ने 31 मई को जम्मू के सांबा जिले की हिंदू शिक्षिका रजनी बाला की कुलगाम जिले के गोपालपुर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे पहले 12 मई को राहुल भट की बडगाम जिले की चदूरा तहसील में तहसीलदार कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कश्मीर में एक मई महीने से लोगों को निशाना बनाकर हत्या करने के आठ मामले सामने आए हैं. इनमें पांच नागरिक और तीन पुलिसकर्मी शामिल थे.
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