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राहुल गांधी के उत्तर-दक्षिण भारत वाले बयान पर बवाल
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी राहुल गांधी के बयान पर उठाये सवाल
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राहुल गांधी के बयान को भाजपा ने भारतीयों का अपमान बताया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तर और दक्षिण भारतीयों के संबंध में दिए गए बयान राजनीति जारी है. भाजपा ने जहां इसे भारतीयों का अपमान बताया है, तो कांग्रेस इसपर बचती नजर आ रही है. हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भी बयान पर सवाल उठा दिया है. सिब्बल ने राहुल गांधी को नसीहत दे दी है कि मतदाता चाहे कहीं का भी हो उसे इज्जत देनी चाहिए.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से जब राहुल गांधी के केरल में दिए बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गयी तो उन्होंने कहा, बटवारे की राजनीति तो भाजपा करती है. मतदाता चाहे उत्तर भारत का हो या फिर दक्षिण भारत का सभी मतदाताओं को वोट देने की समझ है. मैं कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं. मतदाता कहीं का भी हो उसे इज्जत देनी चाहिए.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, राहुल गांधी जी ने अपने किसी अनुभव के आधार पर टिप्पणी की है, मुझे किसी क्षेत्र के अपमान की बात मुझे नहीं दिखती. राहुल गांधी ही स्पष्टीकरण दे सकते हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश को एक समझा है, हमने कभी क्षेत्र, भाषा और धर्म के आधार पर लकीर नहीं खींची.
आनंद शर्मा ने कहा, क्या कहना चाह रहे हैं कुछ लोग हम नहीं कह सकते. जहां तक अमेठी की बात है, वहां के मतदाताओं के भी हम कृतज्ञ हैं, उन्होंने लंबे समय तक राजीव गांधी जी को चुनकर भेजा, राहुल गांधी भी 3 बार वहां से चुने गए. कांग्रेस पार्टी वहां के मतदाताओं का सम्मान करती है.
इधर भाजपा ने राहुल गांधी के बयान पर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी को बनावटी जानकारी वाला नेता करार दिया और कहा कि भारतीयों का अपमान करना उनका पसंदीदा शगल है.
जावड़ेकर ने यह भी कहा कि इस बयान के लिए राहुल गांधी की सोशल मीडिया पर धुनाई हो रही है जबकि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उनके बयान से सवाल उठता है कि एक राष्ट्रीय पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कितने जिम्मेदार हैं.
क्या कहा था राहुल गांधी ने उत्तर-दक्षिण भारत को लेकर
तिरुवनंतपुरम में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, पहले 15 वर्षों के लिए मैं उत्तर (भारत) से सांसद था. मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत हो गई थी. केरल आने पर मुझे अलग तरह का अनुभव हुआ क्योंकि मैंने अचानक पाया कि लोग मुद्दों में रुचि रखते हैं और न केवल सतही तौर पर बल्कि मुद्दों में विस्तार से जाते हैं.
Posted By – Arbind kumar mishra