Delhi Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. ऐसे में राजधानीवासी जहर घुले हवा में सांस लेने को मजबूर है. जानकारी हो कि राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता फिर से गंभीर श्रेणी में आ गई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जहां सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 364 यानि कि बहुत खराब श्रेणी में था वहीं सुबह 7 बजे AQI 408 (‘गंभीर’) दर्ज किया गया था.
Smog envelops Delhi-NCR, air quality turns severe in several parts of the national capital as air pollution worsens.
— ANI (@ANI) November 3, 2022
The Air Quality Index (AQI) in the national capital is currently at 364 (in the 'Very Poor' category) pic.twitter.com/AtTyVfPtTI
बता दें कि हवा की धीमी गति के साथ प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियां और खेत में आग की घटनाओं में अचानक वृद्धि वायु की गुणवत्ता में गिरावट के लिए जिम्मेदार बताई जा रही हैं. जानकारी हो कि 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में रखा गया है. SAFAR द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नोएडा जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का हिस्सा है, ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 393 के एक्यूआई पर फिसल गया, जबकि गुरुग्राम का एक्यूआई 318 ‘बहुत खराब श्रेणी’ पर रहा.
Smoke and low visibility across Delhi as the city continues to witness 'very poor' air quality
— ANI (@ANI) November 3, 2022
Overall Air Quality Index (AQI) stands at 396, according to System of Air Quality & Weather Forecasting & Research pic.twitter.com/1fWcrcfU2b
जानकारी हो कि उत्तरी दिल्ली की वायु गुणवत्ता क्षेत्र के लगभग सभी स्टेशनों ने एक्यूआई 400 से ऊपर प्रदर्शित होने के कारण सबसे खराब दर्ज की गई है. मध्य दिल्ली में मंदिर मार्ग जैसे कुछ स्टेशनों को छोड़कर राजधानी के अधिकांश स्टेशनों में एक्यूआई 300 से ऊपर है. SAFAR के आंकड़ों के अनुसार, मॉडल टाउन के धीरपुर में एक्यूआई 457-एक स्तर तक गिर गया, जिस पर स्वस्थ लोग भी बीमार पड़ सकते हैं.
Also Read: गुजरात चुनाव 2022: 12 बजे होगा गुजरात विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान! दो चरण में हो सकता है चुनावआईजीआई एयरपोर्ट (टी3) के पास एक्यूआई भी आज 346 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा. बुधवार को इलाके में एक्यूआई 350 दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के बिगड़ने के साथ दिल्ली के अधिकारियों ने अगले आदेश तक सभी निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों को रोक दिया है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने दिल्ली सरकार से हवा की गुणवत्ता में सुधार होने तक स्कूलों को बंद करने का आग्रह किया है.