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PMKVY 3.0: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण आज से शुरू, कैसे उठाए लाभ, जानिये सब कुछ

PMKVY 3.0: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का तीसरा चरण देश के सभी राज्यों में आज से शुरू हो रहा है. तीसरे चरण में आठ लाख लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. इस पर 948.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2021 10:08 AM

PMKVY 3.0: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का तीसरा चरण देश के सभी राज्यों में आज से शुरू हो रहा है. तीसरे चरण में आठ लाख लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. इस पर 948.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस योजना की शुरुआत कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय करेंगे. सरकार ने PMKVY 1.0 और PMKVY 2.0 के अनुभवों के आधार पर इस बार की योजना में काफी सुधार किया है.

पीएमकेवीवाई 1.0 और पीएमकेवीवाई 2.0 से मिले अनुभव के आधार पर मंत्रालय ने इसके नए संस्करण में सुधार किया है. PMKVY 0.3 को कोरोना महामारी के कारण बिगड़ी स्थिथि को देखते हुए बनाया गया है. यह केंद्र सरकार की एक महत्‍वपूर्ण योजना है. इसे 15 जुलाई 2015 को विश्व युवा कौशल दिवस के मौते पर लॉन्‍च किया गया था. अब तक लाखों युवा कौशल विकास योजना का लाभ उठा चुके हैं.

क्या है प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना : प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) भारत सरकार की एक योजना है. इस योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया था. योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कम पढ़े-लिखे हैं. इस योजना में तीन महीने, छह महीने और एक साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. कोर्स पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाता है. यह प्रमाणपत्र पूरे देश में मान्य होता है.

इस योजना में युवाओं को तकनीकि या उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है ताकि उन्हें आसानी से रोजगार मिल सके. इस योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग की कोई फीस नहीं देनी पड़ती है, कोई भी शख्स जो काम सीखना चाहता है वो http://pmkvyofficial.org पर जाकर पीएमकेवीवाई के लिए आवेदन कर सकता है. साल 2022 तक 40.2 करोड़ लोगों को इस इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.

इस योजना के तहत युवा इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, फिटिंग, कंस्ट्रक्शन समेत अन्य 40 तकनीकी क्षेत्रों में ट्रेनिंग ले कर अपना कौशन विकास कर सकते हैं. इससे युवाओं को रोजगार पाने में सहूलियत होती है. युवा जिस तकनीकी क्षेत्र में रुचि रखते हैं, वो चुनने का भी इसमें ऑप्शन होता है. फॉर्म भरते समय ही आवेदक इसका चुनाव कर सकता है. इसके अलावा आवेदक अपनी पसंदीद ट्रेनिंग सेंटर का भी चुनाव कर सकता है.

कौशल विकास योजना को ज्यादा से ज्यादा युवा को जोड़ने के लिए सरकार ने कई टेलिकॉम कंपनियों को इस कार्य के लिए अपने साथ जोड़ा है. मोबाइल कंपनियां मैसेज के द्वारा इस योजना को सभी लोगों तक पहुंचाने का काम करती हैं.

Posted by: Pritish Sahay

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