Pranab Mukherjee health updates : प्रणब मुखर्जी की हालत बिगड़ने के बाद थोड़ी सुधरी, डॉक्टर ने कहा…

Pranab Mukherjee health updates : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के श्वसन मापदंडों यानी पैरामीटर में आज थोड़ा सुधार नजर आ रहा है, हालांकि वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. उनके प्रमुख और क्लीनिकल पैरामीटर स्थिर बने हुए हैं और विशेषज्ञों की एक टीम बारीकी से निगरानी कर रही है. यह जानकारी सेना के ‘रिसर्च एंड रेफरल' अस्पताल की ओर से दी गई है. इससे पहले बुधवार को जो रिपोर्ट आयी थी वह चिंतित करने वाली थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2020 12:46 PM

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के श्वसन मापदंडों यानी पैरामीटर में आज थोड़ा सुधार नजर आ रहा है, हालांकि वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. उनके प्रमुख और क्लीनिकल पैरामीटर स्थिर बने हुए हैं और विशेषज्ञों की एक टीम बारीकी से निगरानी कर रही है. यह जानकारी सेना के ‘रिसर्च एंड रेफरल’ अस्पताल की ओर से दी गई है. इससे पहले बुधवार को जो रिपोर्ट आयी थी वह चिंतित करने वाली थी.

प्रणब मुखर्जी की हालत फेफड़ों में संक्रमण होने के बाद बुधवार को और खराब हो गई थी. आपको बता दें कि श्री मुखर्जी को 10 अगस्त को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी. इससे पहले कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई थी. उनकी उम्र 84 वर्ष है.

मुखर्जी को इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि वह अब भी वेंटिलेटर पर हैं. प्रणब मुखर्जी के बेटा एवं पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता की हालत में सुधार के सकारात्त्मक संकेत हैं.

फेफड़े में संक्रमण : बुधवार को अस्पताल ने एक बयान में कहा, श्री प्रणब मुखर्जी की हालत थोड़ी और बिगड़ गई है क्योंकि उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया है. वह अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं और विशेषज्ञों का एक दल उनका इलाज कर रहा है.

बेटे ने कहा हालत स्थिर: वहीं अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट किया कि उनके पिता की हालत स्थिर है. उन्होंने कहा, सभी शुभकामनाओं और डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद, मेरे पिता की हालत अब स्थिर है…सुधार के सकारात्म्क संकेत दिखे हैं. मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं, उनके जल्द ठीक होने की कामना करें.

मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति : गौर हो कि प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पूर्व, कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे और वह जुलाई 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे.

बीमार होने से पहले बेटे से किया था यह डिमांड : वेंटिलेंटर पर जाने से कुछ दिन पहले ही पूर्व राष्ट्रपति ने अपने बेटे अभिजीत मुखर्जी को कॉल किया था. बातचीत के दौरान वे गांव में बिताए पल को याद कर रहे थे. प्रणब मुखर्जी को गांव की याद आ रही थी इसलिए उन्होंने अपने बेटे से कहा कि कटहल नीये आये…इसका मतलब मुझे कटहल लाकर दो… पिता के आग्रह पर अभिजीत कटहल लाने के लिए कोलकाता से बीरभूम स्थित गांव मिराती गये और 25 किलो का एक पका हुआ फल लिया. इसके बाद उन्होंने 3 अगस्त को दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ी और उनसे अपने पिता से मिले. अपना पसंदीदा फल देखकर प्रणब मुखर्जी बहुत प्रसन्न नजर आये.

Posted By : Amitabh Kumar

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