प्रशांत किशोर और केसीआर की मुलाकात से कांग्रेस में खलबली, सोनिया गांधी की शर्तों को तोड़ने की अटकलें तेज
बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के साथ हैदराबाद में मुलाकात की है. इन दोनों के बीच पिछले शनिवार को मुलाकात हुई है. प्रशांत किशोर ने बीते शनिवार को पूरा दिन हैदराबाद में बिताया है.
नई दिल्ली : भारत के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) से मुलाकात के बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है. कांग्रेस में तेलंगाना के प्रदेश प्रभारी मणिकम टैगोर ने ट्वीटकर टीआरएस सुप्रीमो केसीआर के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात की जानकारी दी है. इस ट्वीट के बाद कांग्रेसी नेताओं की ओर से प्रशांत किशोर पर सोनिया गांधी की शर्तों को तोड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर को कांग्रेस में सशर्त शामिल कराने के लिए सोनिया गांधी ने उनके सामने शर्त रखी थी कि उन्हें पार्टी में शामिल होने से पहले टीआरएस से सौदे तोड़ने होंगे.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, तेलंगाना में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मणिकम टैगोर ने बिना किसी का नाम लिये ट्वीट किया, ‘कभी भी ऐसे किसी व्यक्ति का भरोसा मत करो, जो आपके दुश्मन का दोस्त हो.’ उन्होंने ट्विटर पर सवाल पूछे हैं, ‘क्या यह सही है?’ उनके इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में खलबली मची हुई है. तेलंगाना में टीआरएस कांग्रेस का कट्टर विरोधी माना जाता है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर सार्वजनिक तौर पर यह बता चुके हैं कि प्रशांत किशोर उनके साथ काम कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस में प्रशांत किशोर के शामिल होने के मामले में एक बड़ा सवाल खड़ा किया जा रहा है.
Is it correct? 🤔 pic.twitter.com/arEOXZLc7m
— Manickam Tagore .B🇮🇳மாணிக்கம் தாகூர்.ப (@manickamtagore) April 24, 2022
हैदराबाद में हुई प्रशांत की केसीआर से मुलाकात
मीडिया की रिपोर्ट में इस बात की चर्चा की जा रही है कि प्रशांत किशोर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के साथ हैदराबाद में मुलाकात की है. इन दोनों के बीच पिछले शनिवार को मुलाकात हुई है. प्रशांत किशोर ने बीते शनिवार को पूरा दिन हैदराबाद में बिताया है. उनकी इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों और मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रशांत किशोर की कंपनी आई पैक ने तेलंगाना राष्ट्र समिति के साथ काम करने का फैसला किया है.
प्रशांत किशोर को दूसरी पार्टियों से तोड़ना होगा नाता
वहीं, कांग्रेस के अन्य नेताओं का यह मानना है कि कांग्रेस में शामिल होने से पहले चुनावी रणनीतिकार को दूसरी पार्टियों से नाता तोड़ना होगा. इससे पहले, प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल और गोवा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के लिए काम कर चुके हैं.
कांग्रेस-पीके के संबंधों में नहीं आएगी बाधा
हालांकि, इसके बावजूद कुछ कांग्रेसी नेताओं का यह भी कहना है कि टीआरएस सुप्रीमो केसीआर से मुलाकात के बावजूद कांग्रेस और प्रशांत किशोर के संबंधों में बाधा नहीं आएगी. इसका कारण यह है कि प्रशांत किशोर ने पहले ही अपनी कंपनी से अलग होने की घोषणा कर चुके हैं. संभावना यह जाहिर की जा रही है कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस में शामिल किए जा सकते हैं.