प्रशांत किशोर का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान जो बच्चे अनाथ हुए हैं, उन्हें तत्काल मदद देने की बजाय सरकार ने उन्हें वादों का पुलिंदा थमा दिया है. वे बच्चे जो अनाथ हुए हैं उन्हें अभी मदद चाहिए. अनाथ बच्चों को भोजन, शिक्षा और आश्रय चाहिए, ऐसे में पीएम केयर्स फंड की ओर से उन्हें तत्काल कोई सहायता ना दिया जाना मोदी सरकार का एक टिपिकल मास्टरस्ट्रोक है.
प्रशांत किशोर ने इस संबंध में ट्वीट किया है और पीएम मोदी और उनकी सरकार के फैसलों पर सवाल उठाया है. गौरतलब है कि कल पीएमओ की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गयी थी जिसमें यह बताया गया था कि अनाथ हुए बच्चों को उनके 18 साल के होने पर 10 लाख रुपये और अन्य वित्तीय सहायता दी जायेगी.
https://twitter.com/PrashantKishor/status/1398867133178683394
पीएमओ की ओर से यह भी कहा गया है कि बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था केंद्रीय विद्यालयों में की जाये. अगर बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में डाला जाता है तो उनके स्कूल फीस की व्यवस्था पीएम केयर्स फंड से की जाये.
इस मसले पर भी प्रशांत किशोर ने सरकार को आड़े हाथों लिया है और कहा कि शिक्षा का अधिकार बच्चों का मौलिक अधिकार है, उनके लिए हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं. गौरतलब है कि प्रशांत किशोर कभी प्रधानमंत्री के करीबी माने जाते थे. 2014 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम किया था, लेकिन अब वे भाजपा से दूर हो चुके हैं और अभी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हैं.
Posted By : Rajneesh Anand