बड़ी प्लानिंग में जुटे हैं प्रशांत किशोर, लेकिन विपक्ष एकजुट हुआ तो कौन बनेगा नेता?

राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा तेज हो गयी है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कुछ बड़ा करने की तैयारी में हैं और यह कयास भी लगाये जा रहे हैं कि वे कांग्रेस पार्टी ज्वाइंन कर सकते हैं. हालांकि प्रशांत किशोर या किसी राजनीतिक नेता ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन राजनीति में कुछ बड़ा बदलाव होगा यह तय है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2021 6:11 PM
an image

राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा तेज हो गयी है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कुछ बड़ा करने की तैयारी में हैं और यह कयास भी लगाये जा रहे हैं कि वे कांग्रेस पार्टी ज्वाइंन कर सकते हैं. हालांकि प्रशांत किशोर या किसी राजनीतिक नेता ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि वे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन राजनीति में कुछ बड़ा बदलाव होगा यह तय है.

कुछ बड़ा करने की तैयारी में प्रशांत किशोर

बंगाल चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि वे अब कुछ बड़ा करेंगे और इसके लिए प्रयास उन्होंने शुरू भी कर दिया है. उनके एजेंडे में पंजाब की राजनीति नहीं बल्कि 2024 का लोकसभा चुनाव है. यही वजह है कि वे उन सभी नेताओं को साधने की कोशिश कर रहे हैं जो पीएम मोदी और भाजपा को टक्कर दे सकते हैं. प्रशांत किशोर के संबंध ममता बनर्जी से बंगाल चुनाव के बाद और भी बेहतर हो गये हैं इसलिए वे उनकी गुडविल में हैं ही.

इन नेताओं के संपर्क में हैं

प्रशांत किशोर ने जगन रेड्डी,नवीन पटनायक,शरद पवार, एमके स्टालिन,राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और उद्धव ठाकरे से पिछले दिनों मुलाकात की है. कयास लगाये जा रहे हैं कि इन सभी कद्दावर नेताओं को साधकर प्रशांत किशोर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नीति बनायेंगे.

प्रशांत किशोर ने बंगाल चुनाव में जिस तरह का प्रदर्शन किया है उनसे उनका आत्मविश्वास तो और मजबूत हुआ ही है विपक्ष का उनपर विश्वास भी पक्का हुआ है और वैसे लोग जो नरेंद्र मोदी को सत्ता से दूर करना चाहते हैं वे प्रशांत किशोर के साथ जा सकते हैं .

Also Read: केंद्रीय कर्मचारियों का डीए 17 से बढ़कर 28 प्रतिशत हुआ, केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, जानें कितना होगा फायदा
कौन होगा विपक्ष का नेता

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि विपक्ष अगर एकजुट होता है तो उसका नेता कौन होगा. राहुल गांधी कांग्रेस के बड़े नेता हैं लेकिन ममता बनर्जी, शरद पवार,स्टालिन और नवीन पटनायक जैसे लोग उन्हें अपना नेता मानने के लिए आसानी से तैयार हो जायेंगे ऐसा लगता तो नहीं और यही बात प्रशांत किशोर के सामने सबसे बड़ी चुनौती है, वे विपक्ष को एकजुट तो कर सकते हैं लेकिन उनका नेता कौन होगा यह एक ऐसा सवाल है जिसपर उन्हें माथापच्ची करनी होगी.

Posted By : Rajneesh Anand

Exit mobile version