Prashant Kishor की भविष्य में फिर से एंट्री पर कांग्रेस ने कहा- हमारे खिड़की, दरवाजे खुले रहते हैं
Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में एंट्री से इनकार करने के बाद से सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. इस बीच, भविष्य में प्रशांत किशोर की बतौर सलाहकार सेवा लेने से जुड़े सवाल पर कांग्रेस ने बुधवार को बड़ी बात कही है.
Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में एंट्री से इनकार करने के बाद से सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. इस बीच, भविष्य में प्रशांत किशोर की बतौर सलाहकार सेवा लेने से जुड़े सवाल पर कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि वह एक जीवंत संगठन है और सुझाव के लिए उसके खिड़की एवं दरवाजे खुले रहते हैं.
प्रशांत किशोर दे सकते है ज्यादा बेहतर कारण
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने साथ ही कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के यज्ञ में शामिल होने से क्यों मना किया, इसके पीछे के कारणों को वह खुद ज्यादा बेहतर तरीके से बयां कर सकते है. बता दें कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने के पार्टी नेतृत्व के प्रस्ताव को मंगलवार को ठुकरा दिया और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में घर कर गई ढांचागत समस्याओं को दूर करने के लिए उनसे ज्यादा जरूरी यह है कि कांग्रेस में नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति हो.
क्या कारण है, कांग्रेस के यज्ञ में शामिल नहीं हुए PK
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को पार्टी के विशेषाधिकार प्राप्त कार्य समूह 2024 का हिस्सा बनकर पार्टी में शामिल होने की पेशकश की थी. पवन खेड़ा ने प्रशांत किशोर के बारे में कहा कि एक मौका उन्हें दिया गया था कि आप भी इस यज्ञ में शामिल हो जाइए. पता नहीं, क्या कारण है कि वह इसमें शामिल नहीं हुए. उनके क्या कारण रहे होंगे, वह ही बताएंगे.
व्यक्तियों से महत्वपूर्ण है कांग्रेस
भविष्य में प्रशांत किशोर की सलाह लिए जाने संबंधी सवाल के जवाब में पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के खिड़की, दरवाजे खुले रहते हैं. सबकी सलाह सुनते हैं. हम एक जीवंत संगठन हैं. कभी खिड़की, दरवाजे बंद नहीं रखते. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जिन मूल्यों से विश्व भर में भारत की पहचान बनी हैं. उन्हीं मूल्यों से कांग्रेस की पहचान इस देश में 137 वर्षों से है. वह व्यक्तियों से महत्वपूर्ण है. जब मैं बोलता हूं कि कांग्रेस व्यक्ति से बड़ी है तो इसका अर्थ यह है कि वह राहुल गांधी हों, प्रणव झा हों या फिर पवन खेड़ा हों, कोई हो, पार्टी उन सबसे बड़ी है.
कांग्रेस जब जब संघर्ष के रास्ते से भटकी है, सत्ता गंवाई है
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस जब जब संघर्ष के रास्ते से भटकी है, उसने सत्ता गंवाई है. हमें मालूम है कि हमें संघर्ष के रास्ते पर आना है. जब इतनी बड़ी पार्टी कोई निर्णय लेती है, तो उसमें समय लगता है. हम तैयार हैं कि हमें राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया फिर से आरंभ करनी है. पूरा देश प्रतीक्षा कर रहा है कि कांग्रेस कब संघर्ष की शैली में पूरी तरह सामने आए.