Pravasi Bharatiya Divas 2021 हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. कोरोना महामारी के बीच इस बार 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का मुख्य थीम आत्मनिर्भर भारत में योगदान रखा गया है. प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार वर्ष 2003 में मनाया गया था. जिसके बाद से हर साल मनाया जाने लगा.
9 जनवरी 1915 के दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे और उनको सबसे महान प्रवासी माना जाता है. इस कारण भारत सरकार द्वारा प्रत्येक 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. प्रवासी दिवस मनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य भारत के विकास में दुनिया के अन्य देशों में रह रहे भारतीयों के योगदान को पहचान दिलाना है.
भारत से बाहर निकलकर दुनिया के अन्य देशों जाकर बसे लोगों को प्रवासी भारतीय कहा जाता है. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 110 देशों में करीब ढाई करोड़ अप्रवासी भारतीय जीवन यापन कर रहे हैं. प्रवासी भारतीयों ने विदेशों में रहकर भी अपनी सांस्कृतिक एवं भाषाई विरासत को बनाये रखने के कारण भारत को पहचान मिली है. अमेरिका, चीन, रूस, जापान समेत कुछ ऐसे देश हैं, जहां बड़ी संख्या में भारत समेत दुनिया भर से आये प्रवासी बसते हैं.
प्रवासियों का देश की उन्नति में बड़ा योगदान माना जाता है. मीडिया में बीते दिनों विश्व बैंक की ओर से जारी माइग्रेशन एंड रेमिटेंस नाम की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि अपने देश में विदेशी मुद्रा भेजने के मामले में भारतीय प्रवासी सबसे आगे रहे हैं. रिपोर्ट बताती है कि प्रवासी भारतीयों ने साल 2018 में 80 अरब डॉलर यानि 57 हजार करोड़ रुपये भारत भेजे.
सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय खाड़ी देशों में रहते हैं. खाड़ी देशों में करीब 30 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं. ब्रिटेन में करीब 10 लाख प्रवासी भारतीय हैं. कनाडा में करीब डेढ़ लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं. एक अनुमान के मुताबिक खाड़ी देश में रहने वाले 70 फीसदी प्रवासी भारतीय यानी करीब 21 लाख लोग खाड़ी देशों में मेहनत और मजदूरी करके जीवन चला रहे हैं.
Upload By Samir Kumar