तुर्कमेनिस्तान में अपने समकक्ष से मिले राष्ट्रपति कोविंद, बहुआयामी साझेदारी बढ़ाने पर बनी सहमति
राष्ट्रपति कोविंद ने तुर्कमेनिस्तान में अपने समकक्ष गुरबांगुली बर्दीमुहामेदो से मुलाकात की है. बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी बढ़ाने पर सहमति बनी है.
President ram nath kovind: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तुर्कमेनिस्तान के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. शनिवार यानी आज राष्ट्रपति कोविंद ने तुर्कमेनिस्तान में अपने समकक्ष गुरबांगुली बर्दीमुहामेदो से मुलाकात की. दोनों के बीच तुर्कमेनिस्तान के ओगुझार महल अश्गबत में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. जिसमें क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहित विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचारों का आदान-प्रदान हुआ. साथ ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के साथ साझेदारी बढ़ाने के प्रयासों में तेजी लाने पर भी सहमति बनी है.
बहुआयामी साझेदारी बढ़ाने पर बनी सहमति
न्यूज एजेंसी एएनआई के खबर के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से संयुक्त बयान जारी कर कहा गया है कि तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति के साथ बैठक के दौरान, हमने राज्य और द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की. हमने महत्व के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. हम अपनी बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयासों को तेज करने पर सहमत हुए हैं, वहीं, गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य को लेकर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि यह हमारे दो महान राष्ट्रों के बीच दोस्ती की जीवंतता को दर्शाता है.
‘पिछले 10 सालों में द्विपक्षीय संबंधों को काफी मजबूती मिली’
रामनाथ कोविंद ने आगे कहा कि भारत के किसी राष्ट्रपति की तुर्कमेनिस्तान की पहली यात्रा है, और तुर्कमेनिस्तान के नए और युवा नेता की तरफ से आयोजित की गई पहली यात्राओं में से एक है. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि “हम भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हैं. हमारे पास पिछले तीन दशकों में बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों के विकास से संतुष्ट होने के अच्छे कारण हैं. विशेष रूप से पिछले 10 सालों में द्विपक्षीय संबंधों को काफी मजबूती मिली है. उन्होंने कहा, “हम द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने के लिए और अधिक करने पर सहमत हुए हैं. हमारे व्यापारिक समुदायों को अपने जुड़ाव को गहरा करना चाहिए, एक-दूसरे के नियमों को समझना चाहिए और व्यापार और निवेश के नए क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए.