राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज ट्रेन से जायेंगे यूपी में अपने पैतृक गांव, स्कूल के दोस्तों से होगी मुलाकात, जानें कैसी है तैयारी
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President of India Ramnath Kovind) शुक्रवार 25 जून को उत्तर प्रदेश (UP) में अपने पैत्रिक गांव का दौरा करने के लिए ट्रेन यात्रा (Indian Railway) करने वाले हैं. यह 15 साल के बाद होगा कि एक मौजूदा राष्ट्रपति ट्रेन से यात्रा करेगा. टाइम्स नॉउ की खबर के मुताबिक बुधवार को राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि देश का राष्ट्रपति बनने के बाद राष्ट्रपति कोविंद पहली बार अपने जन्मस्थान कानपुर के परौख गांव का दौरा करेंगे.
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (President of India Ramnath Kovind) शुक्रवार 25 जून को उत्तर प्रदेश (UP) में अपने पैत्रिक गांव का दौरा करने के लिए ट्रेन यात्रा (Indian Railway) करने वाले हैं. यह 15 साल के बाद होगा कि एक मौजूदा राष्ट्रपति ट्रेन से यात्रा करेगा. टाइम्स नॉउ की खबर के मुताबिक बुधवार को राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि देश का राष्ट्रपति बनने के बाद राष्ट्रपति कोविंद पहली बार अपने जन्मस्थान कानपुर के परौख गांव का दौरा करेंगे.
राष्ट्रपति कोविंद भारतीय रेलवे के उसी बोगी में सफर करेंगे, जो कभी देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बनवाया था. डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति बनने के बाद भी बराबर ट्रेन से सफर किया करते थे. पिछले करीब 15 साल से उस बोगी का इस्तेमाल नहीं किया गया है. 15 साल बाद अब राष्ट्रपति कोविंद इसका उपयोग करने वाले हैं. पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजी अब्दुल कलाम ने भी राष्ट्रपति रहते हुए ट्रेन से सफर किया है.
राष्ट्रपति की एक विशेष ट्रेन शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और कानपुर देहात के झिंझक और रूरा में दो स्टॉप-ओवर बनाये गये हैं. जहां राष्ट्रपति कोविंद अपने स्कूल के दिनों और समाज सेवा के शुरुआती दिनों के पुराने दोस्तों से बातचीत करेंगे. राष्ट्रपति के जन्मस्थान में 27 जून को उनके पैतृक गांव में उन्हें सम्मानित करने के लिए दो कार्यक्रम निर्धारित हैं.
राष्ट्रपति भवन की ओर से बताया गया कि यह पहली बार है जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपना वर्तमान कार्यभार संभालने के बाद अपने जन्मस्थान का दौरा करेंगे. हालांकि वह पहले उस जगह का दौरा करना चाहते थे, लेकिन महामारी के कारण योजनाएं अमल में नहीं आ सकीं. बयान में यह भी कहा गया है कि उनकी यात्रा का उद्देश्य स्कूल के दिनों से अपने पुराने परिचितों और उनकी समाज सेवा के शुरुआती दिनों में उनके साथ रहे दोस्तों से बातचीत करना है.
15 साल बाद कोई राष्ट्रपति करेंगे ट्रेन की यात्रा
राष्ट्रपति कोविंद का ट्रेन से सफर का चुनाव देश के उन पूर्व राष्ट्रपतियों की तरह ही है जो पहले भी देश भर के लोगों से मिलने के लिए ट्रेन से यात्राएं कर चुके हैं. 15 साल बाद ऐसा हो रहा है कि कोई मौजूदा राष्ट्रपति रेल यात्रा करेगा. आखिरी बार पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने 2006 में देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में कैडेटों की पासिंग आउट परेड में भाग लेने के लिए दिल्ली से एक विशेष ट्रेन यात्रा की थी.
पहले के रिकॉर्ड बताते हैं कि भारत के पहले प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद अक्सर ट्रेन से सफर करते थे. राष्ट्रपति का पद संभालने के तुरंत बाद, उन्होंने बिहार के सीवान जिले में अपने जन्मस्थान जीरादेई का दौरा किया था. वह छपरा से जीरादेई पहुंचने के लिए एक विशेष राष्ट्रपति ट्रेन में सवार हुए और तीन दिन बिताए. डॉ प्रसाद के उत्तराधिकारियों ने भी जनता से जुड़ने के लिए रेल यात्रा करना पसंद किया.
Posted By: Amlesh Nandan.