Price Rise: टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने का काम करेंगे इनोवेटर्स
टमाटर की बर्बादी रोकने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल टमाटर ग्रैंड चैलेंज (टीजीसी) नामक हैकथॉन की शुरुआत की थी. इस हैकथॉन के तहत टमाटर सप्लाई चेन को बेहतर बनाने के लिए देश के कई युवा उद्यमियों ने रुचि दिखायी है. चुने गए उद्यमियों को सरकार फंड मुहैया कराएगी.
Price Rise: देश में टमाटर और प्याज की बढ़ती कीमतों से आम लोग प्रभावित होते हैं. भारत सब्जी उत्पादन के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है. मौसम के कारण अक्सर टमाटर और प्याज की कीमतें बढ़ती और कम होती रहती है. देश में स्टोरेज क्षमता की कमी, प्रसंस्करण की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण व्यापक पैमाने पर टमाटर और अन्य सब्जियों की बर्बादी होती है. उत्पादन के बाद देश में टमाटर और अन्य सब्जियों के खराब होने की दर काफी अधिक है. टमाटर की बर्बादी रोकने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल टमाटर ग्रैंड चैलेंज (टीजीसी) नामक हैकथॉन की शुरुआत की थी.
इस हैकथॉन के तहत टमाटर सप्लाई चेन को बेहतर बनाने के लिए देश के कई युवा उद्यमियों ने रुचि दिखायी. केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को उद्यमियों से लगभग 1376 आइडिया मिले और व्यापक समीक्षा के बाद मंत्रालय ने फंडिंग के लिए 28 प्रस्तावों को स्वीकार किया है. युवा उद्यमियों से मिले प्रस्ताव की जानकारी देते हुए केंद्रीय उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि युवा उद्यमियों के साथ काम करना एक अच्छा प्रयास है.
उत्पादन क्लस्टर की जानकारी, मंडी में टमाटर आने की सटीक सूचना, खपत पैटर्न का बारीक विश्लेषण और टमाटर के प्रसंस्करण को बढ़ावा देने से सप्लाई चेन बेहतर होगी. भारत विश्व में टमाटर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. देश में सालाना 20 मिलियन मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है. लेकिन अत्यधिक बारिश, गर्मी जैसी प्रतिकूल मौसम के कारण उत्पादन और उपलब्धता को प्रभावित होती है.
उत्पादन के बाद होने वाले नुकसान को कम करना है मकसद
ग्रैंड चैलेंज का मकसद टमाटर उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण में प्रणालीगत चुनौतियों का समाधान करने के लिए देश के युवा इनोवेटर्स और शोधकर्ताओं की प्रतिभा का उपयोग करना है. टमाटर ग्रैंड चैलेंज के कारण 14 पेटेंट, 4 डिजाइन ट्रेडमार्क और 10 पब्लिकेशन प्रकाशित होने वाला है. इसके तहत फसल को ज्यादा दिन रखने और नुकसान को कम करने के लिए नए पैकेजिंग और परिवहन समाधानों का विकास होगा, ऐसे प्रसंस्कृत उत्पादों का निर्माण किया जायेगा तो बर्बादी को कम करने में मदद करेंगे और ये उत्पाद सालों तक खराब नहीं होंगे.
टमाटर ग्रैंड चैलेंज से समाधान, टमाटर मूल्य में बदलाव, बर्बादी को कम करने और हितधारकों के लिए लाभप्रदता बढ़ाने का काम करेंगे. साथ ही इससे अन्य कृषि उत्पादों की बर्बादी को रोकने के लिए भावी रणनीति तय करने में मदद मिलेगी.