नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के साथ टेलिफोनिक वार्ता की. दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच विभिन्न मुद्दों पर लंबे समय तक फोन पर बातचीत हुई. वार्ता के दौरान मुख्य तौर पर भारत-आरओके स्पेशल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को कोविड संकट के बाद आगे बढ़ाने और द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत बनाने पर सहमति बनी.
Spoke to my friend, President @moonriver365 today on a variety of issues, including the immense promise that the India-ROK Special Strategic Partnership offers in the post-COVID world. @TheBlueHouseENG https://t.co/bSRez8Tprw
— Narendra Modi (@narendramodi) October 21, 2020
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इस वार्ता की जानकारी दी. पीएम मोदी ने लिखा कि दक्षिण कोरिया के मेरे अजीज दोस्त राष्ट्रपति मून जे इन पर कई मुद्दों पर बात हुई. खास तौर पर कोविड महामारी के बाद की दुनिया में भारत आरओके स्पेशल स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप में साझा सहयोग का वादा मुख्य तौर पर बातचीत हुई.
इन द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई बातचीत
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई की वैश्विक प्रगति, अंतर्राष्ट्रीय मूल्य श्रृंखलाओं में चल रहे विविधिकरण, वैश्विक विकास, पारदर्शी, विकासोन्मुख और नियमों पर आधारित वैश्विक व्यापार और इसमें वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन की भूमिका के विषय में बात की. वार्ता के दौरान दोनों नेता इस बात पर सहमत दिखे की भविष्य में दोनों देश कई मुद्दों पर संपर्क में बने रहेंगे और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहगोय को और तेज करेंगे.
भारत चीन विवाद के बीच वार्ता अहम
भारत चीन सीमा विवाद के बीच भारत का दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश उल्लेखनीय है. वैसे भी भारत ने जमीन के बाद समुद्र में भी चीन को चुनौती देने के लिए क्वाड रणनीतिक समूह बनाया है. जापान, अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया इस क्वाड समूह का हिस्सा हैं. चारों देश दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र महासागर में युद्धाभ्यास करने की तैयारी में हैं.
भारत-द.कोरिया मजबूत है रिश्ता
भारत की दक्षिण कोरिया के साथ मजबूत सांस्कृतिक रिश्ता है. बीते 3 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन द्वारा आयोजित बेविनार में शामिल हुई थीं. इसमें किम जुंग सुक ने बनारसी रेशम से बना परिधान पहना हुआ था. बेविनार में किम जुंग सुक ने भारतीय रेशम और खादी की तारीफ की थी. उनका मानना था कि ऐसे वस्त्र पर्यावरण संरक्षण के अनुकूल हैं.
Posted By-Suraj Thakur