प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आईआईटी दिल्ली के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उनेहोंने कहा कि आज, भारत अपने युवाओं को ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे नवाचारों के माध्यम से करोड़ों भारतीयों के जीवन में बदलाव ला सकें.
युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में आपकी जरूरतों को, भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए एक के बाद एक निर्णय लिये जा रहे हैं, पुराने नियम बदले जा रहे हैं. मेरी ये सोच है कि पिछली शताब्दी के नियम-कानूनों से अगली शताब्दी का भविष्य तय नहीं हो सकता है.
पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि कोरोना का ये संकटकाल दुनिया में बहुत बड़े बदलाव लेकर आया है, पोस्ट कोविड दुनिया बहुत अलग होने जा रही है. और इसमें सबसे बड़ी भूमिका तकनीक की ही होगी. कोविड-19 ने दुनिया को एक बात और सीखा दी है कि वैश्वीकरण महत्वपूर्ण है लेकिन इसके साथ-साथ आत्मनिर्भरता भी उतनी ही जरूरी है.
इस दौरान पीएम मोदी से छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे नयी सोच के साथ आये, देश में स्टार्टअप्स की आपार संभावनायें हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश मे पहली बार कृषि क्षेत्र में नयी खोज और स्टार्टअप्स की भी बहुत संभावनाएं हैं जो पहली बार आयी है.
अब अंतरिक्ष क्षेत्र में भी निजी निवेश के रास्ते खुल गये हैं. अब देश हर एक क्षेत्र में अधिकतमा संभावनाएं हासिल करने के लिए नये तौर तरीकों पर काम कर रहा है. इस लिए जब यहां से पास होकर छात्र बाहर जायेंगे तो नयी जगह पर काम करने जायेंगे तो उन्हें भी अब एक नये मंत्र के साथ काम करना होगा.
पीएम ने कहा कि देश को नयी तकनीक की जरूरत है. भारतीय नयी तकनीक चाहते हैं इसलिए भारत में भी तकनीक की आपार संभावनाएं हैं. इसलिए ऐसे विषयों पर शोध करें ऐसे अविष्कार करें जिससे लोगों के जीवन में व्यापक स्तर पर बदलाव आये.
प्रधानमंत्री ने आईआईटी के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने महज 17-18 वर्ष की उम्र में एक कठिन परीक्षा पास की और यहां तक आये. इसलिए आप सभी में खुद में बदलाव लाने की काबिलियत है. इसलिए जब भी काम करें इस मंत्र के साथ काम करें की आपके कार्य में गुणवत्ता हो. आप कभी गलत के साथ समझौता नहीं करें. आपके अविष्कार के जरिये व्यापक बदलाव हो और लंबे समय तक बाजार में बने रहने की क्षमता हो.
गौरलतब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विडियोकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईआईटी दिल्ली के 51 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए.
Posted By: Pawan Singh