नयी दिल्ली : केंद्र सरकार आज 41 कोल ब्लॉक का आवंटन करने जा रही है. पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका शुभारंभ कर रहे है. पीएम मोदी इस दौरान कहा, ‘आत्मनिर्भर भारत यानि भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम करेगा. आत्मनिर्भर भारत यानि भारत आयात पर खर्च होने वाली लाखों करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचाएगा. आत्मनिर्भर भारत यानि भारत को आयात न करना पड़े, इसके लिए वो अपने ही देश में साधन और संसाधन विकसित करेगा.’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जो देश कोल रिजर्व के हिसाब से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश हो, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक हो, वो देश कोयला का निर्यात नहीं करता बल्कि वो देश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला आयातक हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जिस राज्य में कोल खादान होगा, वहां को लोगों का पलायन रोका जायेगा. उन्हें वहीं पर जॉब दिया जायेगा. सरकार की कोशिश रहेगी कि जल्द ही यह अमल में लाया जायेगा.
उन्होंने आगे कहा कि आज पावर सेक्टर में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व विश्वसनीय बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है. महीने भर के भीतर ही, हर घोषणा, हर रिफॉर्म्स, चाहे वो कृषि सेक्टर में हो, चाहे एमएसएमई के सेक्टर में हो या फिर अब कोल और माइनिंग के सेक्टर में हो, तेज़ी से ज़मीन पर उतर रहे हैं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘हमारे यहां दशकों से यही स्थिति चल रही थी. देश के कोल सेक्टर को बंदी और गैर बंदी के जाल में उलझाकर रखा गया था. इसको प्रतियोगिता से बाहर रखा गया था, कोल ब्लॉक आवंटन में पार्दर्शिता की एक बहुत बड़ी समस्या थी.’ उन्होंने कहा, लेकिन हमारी सरकार ने इसे बदला. 2014 के बाद कोल लिकेज का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
2030 तक 100 मिलियन टन कोयला गैसीफाई का लक्ष्य– प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने लक्ष्य रखा है कि साल 2030 तक करीब 100 मिलियन टन कोयले को गैसीफाई किया जाए. मुझे बताया गया है कि इसके लिए 4 प्रोजेक्ट्स की पहचान हो चुकी है और इन पर करीब-करीब 20 हज़ार करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे.
Posted By : Avinish Kumar Mishra