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नमस्ते बना वैश्विक अभिवादन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि यह मंच पंडित रविशंकर की 100 वीं जयंती भी मना रहा है. उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की सुंदरता को दुनिया तक पहुंचाया. कोरोना के संदर्भ में पीएम ने कहा कि आपने यह भी देखा होगा कि नमस्ते कैसे अभिवादन के रूप में वैश्विक हो गया है.
आत्मनिर्भर भारत का मतलब दुनिया के लिए बंद हो जाना नहीं
आत्मनिर्भर भारत का मतलब स्वयं तक सीमित होना या दुनिया के लिए बंद हो जाना नहीं है. इसका मतलब सेल्फ सस्टेनिंग और सेल्फ जेनरेटिंग होना है. कोरोना महामारी ने एक बार फिर दिखाया है कि भारत का फार्मा सेक्टर सिर्फ भारत के लिए ही संपदा नहीं है बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी है. विकासशील देशों के लिए भारत ने दवाईयों की लागत कम करने में अहम भूमिका निभाई है.
दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक हमारा देश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. हम भारत में सभी ग्लोबल कंपनियों का स्वागत करते हैं. आज भारत जिस तरह मौके दे रहा है, बहुत कम देश ऐसे करेंगे. भारत में कई सेक्टर्स में कई संभावनाएं और अवसर हैं. हमारे कृषि सुधार में कई तरह के निवेश के मौके हैं.
वैश्विक समृद्धि में भारत सहयोग के लिए तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए सब कुछ करने को तैयार है, यह एक ऐसा भारत है जो सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन में विश्वास रखता है.
आर्थिक सुधारों में भारत हमेशा बेहतर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 6 सालों में भारत ने जीएसटी समेत हाउसिंग, इन्फ्रस्ट्रक्चर, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, टैक्स सुधार में काफी काम किया है. भारतीयों के पास जो असभंव माना जाता है, उसे हासिल करने की क्षमता है. जब आर्थिक सुधारों की बात आती है, भारत हमेशा बेहतर ही देखता है.
कोरोना और अर्थव्यवस्था पर एक साथ ध्यान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक तरफ भारत वैश्विक महामारी के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ रहा है. वहीं लोगों के स्वास्थ्य पर बढ़ते ध्यान के साथ हम अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य पर समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब भारत पुनरुद्धार की बात करता है तो उसके लिए देखभाल के साथ पुनरुद्धार, करुणा के साथ पुनरुद्धार और पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए टिकाऊ पुनरुद्धार मायने रखता है.
भारत प्रतिभा का पावर हाउस
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय टेक उद्योग और तकनीकी पेशेवरों को कौन भूल सकता है. भारत प्रतिभा का पावर हाउस है जो इस क्षेत्र में योगदान देने के लिए उत्सुक है. भारत को ख़ुद में सुधार करने की क्षमता है, इतिहास में देखने पर पता चलता है कि भारत ने हर चुनौती को पार किया है, चाहे वह सामाजिक हो या आर्थिक. कोरोना काल के इस दौर में पूरी दुनिया ने भारत के फार्मा सेक्टर की ताकत देखी.
देश की इकोनॉमी के रिवाइवल पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया ग्लोबल वीक 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इंडिया इंक ने शानदार काम किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की इस महामारी में देश की इकोनॉमी के रिवाइवल पर चर्चा करना स्वाभाविक है.
क्या बोल रहे पीएम मोदी...देखें लाइव वीडियो
'इंडिया ग्लोबल वीक' मतलब क्या
'इंडिया ग्लोबल वीक' का आयोजन जिसमें भारत दुनिया से और दुनिया भारत से मिलती है. 'इंडिया ग्लोबल वीक' हर साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है. कोरोना को वजह से ये पहला मौका है कि इस बार इसे वर्चुअली आयोजित किया जा रहा है. माना जा रहा है कि यह भारत की वैश्वीकरण पर अब तक की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस है जिसमें दुनिया भर के 5000 से ज्यादा प्रतिभागी मौजूद रहेंगे जबकि 250 से ज्यादा वक्ता भाग लेंगे.
75 सत्र, 250 वैश्विक वक्ता
यह वर्चुअल कॉन्फ्रेंस 11 जुलाई तक चलेगी. इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, रेल मंत्री पीयूष गोयल समेत कुछ और मंत्री भारत की ओर से प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं. तीन दिन तक चलने वाली इस वर्चुएल कॉन्फ्रेंस की थीम है बी द रिवाइवल: इंडिया एंड अ बेटर न्यू वर्ल्ड. तीन दिवसीय इंडिया ग्लोबल वीक में कुल 75 सत्र होंगे, जिसमें 250 वैश्विक वक्ता अपनी बात रखेंगे.
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'इंडिया ग्लोबल वीक' पर पीएम मोदी क्या बोले
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, इंडिया इंक कॉर्प की ओर से आयोजित इंडिया ग्लोबल वीक को मैं दोपहर डेढ़ बजे संबोधित करूंगा. यह मंच वैश्विक सोच वाले नेताओं को और उद्योग जगत के कर्णधारों को एक साथ लाता है जो कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और भारत की चुनौतियों के विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे.
क्या बोलेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस मौके पर भारत में व्यापार और विदेशी निवेश का जिक्र कर सकते हैं. कोरोना महामारी के दौर में भारत समेत दुनिया के सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है. लिहाजा, मोदी के इस भाषण पर सभी की निगाहें होंगी. साथ ही विश्व मंच पर भारत की क्या भूमिका है, भारत कैसे वैश्विक मंच को प्रभावित करता है और भविष्य में भारत कैसे वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण होने वाला है? इन सभी विषयों पर पीएम मोदी अपनी बात रख सकते हैं.