नयी दिल्ली : उत्तराखंड के चंपावत जिले के मायावती स्थित अद्वैत आश्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1896 में स्वामी विवेकानंद द्वारा शुरू की गयी मासिक पत्रिका ‘प्रबुद्ध भारत’ की 125वीं वर्षगांठ पर आज 31 जनवरी को दोपहर 3:15 बजे संबोधित करेंगे. मालूम हो कि यह पत्रिका रामकृष्ण परमहंस के आदेश पर स्वामी विवेकानंद ने शुरू की थी.
भारत के प्राचीन आध्यात्मिक ज्ञान के संदेश को फैलाने के लिए ‘प्रबुद्ध भारत’ पत्रिका एक महत्वपूर्ण माध्यम है. इसका प्रकाशन चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में 1896 को शुरू किया गया था. यहां दो वर्षों तक प्रकाशित होता रहा. इसके बाद इसका प्रकाशन अल्मोड़ा से किया जाने लगा.
1899 के अप्रैल माह में जर्नल का प्रकाशन स्थान अद्वैत आश्रम में स्थानांतरित कर दिया गया था. उसके बाद से ‘प्रबुद्ध भारत’ पत्रिका का लगातार अब तक प्रकाशन यहीं से हो रहा है.
भारतीय संस्कृति, अध्यात्म, दर्शन, इतिहास, मनोविज्ञान, कला और अन्य सामाजिक मुद्दों पर लेखन के जरिये महान हस्तियों ने ‘प्रबुद्ध भारत’ के पन्नों पर अपनी छाप छोड़ी है.
इन लेखकों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, सिस्टर निवेदिता, अरबिंदो, पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जैसे साहित्यकारों ने जर्नल में योगदान दिया है.
अद्वैत आश्रम अपनी वेबसाइट पर पूरे ‘प्रबुद्ध भारत’ संग्रह को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है. मालूम हो कि उत्तराखंड के मायावती स्थित अद्वैत आश्रम की स्थापना वर्ष 1899 में रामकृष्ण मठ की एक शाखा के रूप में हुई थी.