नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिये महाराष्ट्र के संगाला से पश्चिम बंगाल के शालीमार स्टेशन तक 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखायेंगे. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहेंगे. वहीं, दिल्ली मेट्रो की चालक रहित ट्रेन को भी प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखायेंगे.
किसान रेल एक मल्टी कमोडिटी ट्रेन है. इस ट्रेन में फूलगोभी, शिमला मिर्च, पत्तागोभी, सहजन, मिर्च, प्याज जैसी सब्जियां होंगी. साथ ही अंगूर, संतरा, अनार, केला, शरीफा आदि जैसे फल भी लोड हो सकते हैं.
मल्टी कमोडिटी ट्रेन में खराब होनेवाले फलों और सब्जियों की मार्ग में आनेवाले ठहराव पर अनलोडिंग की अनुमति होगी. खेप के आकार पर कोई नहीं होगी. मालूम हो कि भारत सरकार ने फलों और सब्जियों के परिवहन पर 50 फीसदी की सब्सिडी दी है.
देश में पहली किसान रेल की शुरुआत सात अगस्त, 2020 को देवलाली से दानापुर तक के लिए की गयी थी. बाद में इसे बढ़ा कर मुजफ्फरपुर तक कर दिया गया था. किसानों से मिली अच्छी प्रतिक्रिया के फलस्वरूप ट्रेनों के फेरे साप्ताहिक से बढ़ा कर सप्ताह में तीन दिन कर दिया गया था.
किसान रेल पूरे देश में कृषि उत्पादों का तेजी से परिवहन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. यह नष्ट होनेवाले उत्पादन की निर्बाध आपूर्ति शृंखला प्रदान कर रहा है. इससे सामान नष्ट होने से पहले ही मांग वाली जगह पर भेज दिया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर को ही वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिये दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर भारत के पहले चालक रहित ट्रेन परिचालन सेवाओं और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवाओं का शुभारंभ करेंगे.
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन जनकपुरी पश्चिम से बोटेनिकल गार्डेन तक जायेगी. चालक रहित ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित होंगी. इसके संचालन से संभावित मानवीय त्रुटियों को खत्म किया जा सकेगा.
चालक रहित ट्रेन चलाने के साथ नये युग का सूत्रपात होगा. इसके बाद दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर साल 2021 के मध्य तक मानव रहित मेट्रो का परिचालन शुरू किये जाने की संभावना है.