केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को खबर मिली है कि कुछ निजी अस्पताल कुछ होटलों के सहयोग से कोरोना वैक्सीन दिलाने के नाम पर पैकेज दे रहे हैं. जबकि यह राष्ट्रीय कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम के लिए जारी दिशा-निर्देशों के खिलाफ है. बड़े होटलों में किया जा रहा टीकाकरण भी इस नियम के खिलाफ आता है. इस लिए मंत्रालय ने इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और उनके कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की है. इसे लेकर केंद्र से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भी लिखा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ मनोहर अगनानी ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा इस तरह के कार्यों को तुरंत रोका जाना चाहिए. उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि कि ऐसे संस्थानों के खिलाफ आवश्यक कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए.
राष्ट्रीय कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए जारी दिशानिर्देशों के तहत टीकाकरण सिर्फ उन्ही जगहों या केंद्रों पर किया जा सकता है जिन्हें सरकार ने मान्यता प्राप्त टीकाकरण केंद्र माना गया है. टीकाकरण अभियान चलाने के लिए चार विकल्प उपलब्ध हैं. सबसे पहला है सरकारी कोरोना टीकाकरण केंद्र, इसका संचालन सरकार द्वारा किया जाएगा, दूसरा विकल्प है निजी कोरोना टीकाकरण केंद्र, जिसका संचालन निजी अस्पतालों द्वारा किया जाता है.
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तीसरा विकल्प है सरकारी कार्यालयों में कार्यस्थल पर कोरोना टीकाकरण केंद्र, जो सरकारी अस्पतालों द्वारा संचालित किये जाएंगे. प्राइवेट कंपनियों में प्राइवेट अस्पतालों द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा. चौथा है बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए टीकाकरण अभियान, जो हाउसिंग बोर्ड, आरडब्लयुए कार्यालय, सामुदायिक केंद्रो, पंचायत भवनों स्कूलों-कॉलेज और वृद्धाश्रम में अस्थायी तौर पर आयोजित किये जाएंगे.
इन विकल्प के अलावा और कही भी टीकाकरण अभियान नहीं चलाया जा सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ मनोहर अगनानी ने अपने पत्र में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार ही टीकाकरण अभियान संचालित किये जाएं. एएनआई के मुताबिक स्टार होटलों द्वारा टीकाकरण अभियान में निजी अस्पतालों को सहयोग करने को लेकर सोशल मीडिया में कई पोस्ट शेयर किये जा रहे थे.
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Posted By: Pawan Singh