नयी दिल्ली / लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव साल 2022 में होना है. चुनाव में अभी करीब डेढ़ साल का वक्त है. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. कारण है, कांग्रेस की महासचिव सह उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ में राजनीतिक बेस कैंप का बनाना.
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली के लोदी एस्टेट स्थित 35 नंबर बंगला खाली करने का नोटिस केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने भेजा है. नोटिस में लिखा गया है कि साल 2000 में बने नियम के मुताबिक, जेड प्लस सुरक्षा वालों के लिए सरकारी आवास आवंटन का कोई नियम नहीं है. प्रियंका गांधी से एसपीजी सुरक्षा पिछले साल वापस ले ली गयी थी. एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ही सरकारी आवास आवंटन का प्रावधान है. इसलिए लोदी एस्टेट स्थित 35 नंबर बंगला एक अगस्त तक खाली करना होगा.
दिल्ली का बंगला खाली करने का नोटिस मिलने के बाद चर्चा शुरू हो गयी. इसी बीच, सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अब प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए लखनऊ में राजनीतिक बेस कैंप बनायेंगी. एक अगस्त तक दिल्ली का बंगला खाली करने के नोटिस के मद्देनजर बताया जा रहा है कि जुलाई के अंत तक वह लखनऊ में सक्रिय हो जायेंगी.
बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी का नया ठिकाना लखनऊ के गोखले मार्ग स्थित कौल आवास होगा. मालूम हो कि कौल आवास कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और राज्यपाल रही स्वर्गीय शीला कौल का है. उनकी बेटी दीपा कौल उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं. अब कौल आवास में दीपा कौल रहती हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ की अपनी अंतिम तीन यात्राओं में इसी घर में रही हैं. कौल आवास में प्रियंका वाड्रा का बेस कैंप होने की खबर से सियासी हलचल तेज हो गयी है. साल 2022 में होनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर लखनऊ में बेस कैंप बनाये जाने से वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभा पायेंगी. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी कहा था कि सूबे के सभी कांग्रेसियों की इच्छा है कि प्रियंका वाड्रा को लखनऊ आ कर नेतृत्व करना चाहिए.
Posted By : Kaushal Kishor