मई से जून के बीच में कोवैक्सीन का उत्पादन दोगुना होगा, मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नाॅलोजी ने वैक्सीन उत्पादन पर कही ये बड़ी बात
देश में कोरोना वैक्सीन की कमी के बीच मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नाॅलोजी की ओर से यह कहा गया है कि मई से जून 2021 के बीच कोवैक्सीन का उत्पादन दोगुना कर दिया जायेगा. वहीं जुलाई से अगस्त के बीच में इसे छह से सात गुना कर दिया जायेगा. सितंबर महीने से देश में एक महीने में 10 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन किया जायेगा ऐसी उम्मीद है.
देश में कोरोना वैक्सीन की कमी के बीच मिनिस्ट्री आॅफ साइंस एंड टेक्नाॅलोजी की ओर से यह कहा गया है कि मई से जून 2021 के बीच कोवैक्सीन का उत्पादन दोगुना कर दिया जायेगा. वहीं जुलाई से अगस्त के बीच में इसे छह से सात गुना कर दिया जायेगा. सितंबर महीने से देश में एक महीने में 10 करोड़ वैक्सीन का उत्पादन किया जायेगा ऐसी उम्मीद है.
मिनिस्ट्री आॅफ साइंस एंड टेक्नाॅलोजी ने कहा है कि कुछ सप्ताह पहले मंत्रियों के एक दल ने दो प्रमुख वैक्सीन उत्पादन केंद्रों का दौरा किया और यह जानने की कोशिश की थी कि वैक्सीन का उत्पादन किस तरह हो रहा है और कैसे उत्पादन को और बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कई उत्पादकों से इस बारे में बात भी की कैसे उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है.
देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सरकार ने 18 साल से अधिक के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है. यही वजह है कि देश में वैक्सीन की कमी हो गयी है. वैक्सीन की कमी के कारण देश के कई हिस्सों में आज वैक्सीनेशन का कार्यक्रम रोकना पड़ा.
दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की सरकारें केंद्र सरकार पर लगातार आरोप लगा रही हैं कि वे उन्हें वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा रही है जिसके कारण टीकाकरण कार्यक्रम पर असर पड़ा है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने तो यहां तक कह दिया कि अपने देश में लोग मर रहे थे और केंद्र सरकार ने करोड़ों डोज वैक्सीन विदेश भेजा. दरअसल जब से 18 साल तक के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ है देश में वैक्सीन की कमी हो गयी है.
Posted By : Rajneesh Anand