मानसून सत्र : अब तक कुल 50 वर्किंग ऑवर में राज्यसभा के 39 घंटा 52 मिनट हंगामे की भेंट चढ़ा
Monsoon Session संसद में पेगासस मामले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है. संसद के दोनों सदनों में विपक्ष पेगासस और किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने के प्रयास में जुटे हुए है. लगातार हो रहे हंगामे के चलते दोनों सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी.
Monsoon Session संसद में पेगासस जासूसी मामले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है. संसद के दोनों सदनों में विपक्ष पेगासस और किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरने के प्रयास में जुटे हुए है. लगातार हो रहे हंगामे के चलते दोनों सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मॉनसून सत्र में विपक्षी दलों के लगातार हंगामे के चलते राज्यसभा के 50 में से करीब चालीस घंटे बेकार हो गए और केवल 10 घंटा 8 मिनट ही काम हो सका. राज्यसभा की कार्यवाही पहले दो सप्ताहों में तय समय का सिर्फ करीब 21.60 प्रतिशत ही चल सकी और दूसरे सप्ताह में यह आंकड़ा 13.70 प्रतिशत का रहा.
Of the total 50 working hours available, 39 hours 52 minutes have been lost due to disruptions. The House, however, sat for 1 hour 52 minutes beyond the scheduled time, but for which the productivity would have been much lower: Government sources
— ANI (@ANI) August 2, 2021
सूत्रों के हवाले से साथ ही बताया गया है कि कुल 50 कार्य घंटों में से 39 घंटे 52 मिनट हंगामे की भेंट चढ़ गए. कुल दस बैठकों के दौरान उच्च सदन में केवल 2 घंटे 8 मिनट का प्रश्नकाल ही हो सका. पांच विधेयकों को पारित करने के लिए केवल एक घंटे 24 मिनट का विधायी कार्य हो सका. वहीं, हंगामे के चलते सदन में केवल एक मिनट का शून्यकाल और चार मिनट का विशेष उल्लेख हुआ.
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में सरकार और विपक्षी दलों के बीच गतिरोध सोमवार को भी जारी रहा और तीन बार के स्थगन के बाद दोपहर तीन बज कर 40 मिनट पर उच्च सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. हंगामे के कारण उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया और प्रश्नकाल कुछ ही देर चल पाया. 11 बजे बैठक शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग शुरू कर दी. कुछ सदस्यों ने तख्तियां लहराईं. सदन में व्यवस्था बनते न देख अंतत: तीन बज कर 40 मिनट पर उन्होंने बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी.
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