नई दिल्ली : फरवरी 2016 से लगातार किसी न किसी वजह से विवादों और सुर्खियों में रहने वाला दिल्ली का जवाहर लाल विश्वविद्यालय (जेएनयू) को पहली महिला कुलपति मिल गई है. जेएनयू की महिला कुलपति के रूप में प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित की नियुक्ति की गई है. वे जेएनयू के कार्यवाहक कुलपति एम जगदीश कुमार की जगह लेंगी. मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी फिलहाल महाराष्ट्र के सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की कुलपति हैं और वे जेएनयू में पढ़ाई कर चुकी हैं.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पहली महिला कुलपति होंगी. शिक्षा मंत्रालय (एमओई) ने उन्हें सोमवार को इस शीर्ष पद पर नियुक्त किया है. प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित फिलहाल महाराष्ट्र के सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की कुलपति हैं. पंडित (59) जेएनयू की पूर्व छात्रा भी हैं, जहां से उन्होंने एमफिल के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी की उपाधि हासिल की है.
मीडिया से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रामनाथ कोविंद ने जेएनयू के कुलपति के तौर पर शांतिश्री धुलिपुड़ी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. उनकी नियुक्ति पांच वर्षों के लिए होगी.
पंडित ने अपने शिक्षण करियर की शुरुआत 1988 में गोवा विश्वविद्यालय से की और 1993 में पुणे विश्वविद्यालय चली गईं. उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक निकायों में प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है. वह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) की सदस्य और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए विज़िटर द्वारा नामांकित भी रही हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने अपने करियर में उन्होंने 29 शोधार्थियों को निर्देशित किया है. पिछले साल जेएनयू के कुलपति के तौर पर अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद से एम जगदीश कुमार कार्यवाहक कुलपति के तौर पर जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे. प्रोफसर शांतिश्री की नियुक्ति के बाद जगदीश कुमार को अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.