देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सबसे ज्यादा किल्लत जिन चीजों की है उनमें से एक ऑक्सीजन भी. ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी समस्या के रूप में उभर कर सामने आयी है जिसके सामाधान के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
केंद्र सरकार ने नौ अहम उद्योग क्षेत्र को छोड़कर ऑक्सीजन की आपूर्ति को सीमित कर दिया है. ऑक्सीजन की यह कमी सरकार ने इसलिए दूसरे क्षेत्रों के लिए की है ताकि अभी सबसे अहम क्षेत्र यानि स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जा सके. कोरोना संक्रमण के मरीजों को ऑक्सीजन ना मिलने के कारण परेशानी बढ़ रही है. कई राज्यों में लोगों की मौत हो रही है. सरकार का य निर्णय 22 अप्रैल से पूरी तरह प्रभावशाली होगा,
केंद्र सरकार की तरफ से गठित एक टीम द्वारा उच्च स्तरीय बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा करते हुए ऑक्सीजन आपूर्ति की समीक्षा की गयी. इस बैठक का उद्देश्य था कि यह समझा जा सके कि अभी देश की प्राथमिकता क्या है. इसी बैठक में यह फैसला लिया गया कि 22 अप्रैल से निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा औद्योगिक उद्देश्य के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति इन्हें अगले आदेश तक रोक दी जाती है.
इस आदेश का राज्यों में पालन हो और किसी भी राज्य में ऑक्सीजन की दिक्कत ना हो इसलिए केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को भी पत्र लिखा गया है. इसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि अपने राज्य में सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी करें ताकि समिति के निर्णयों का पालन कराया जा सके.