Pulwama, Pulwama terror attack: गत वर्ष 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए बड़े आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी. इस हमले की की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) चार्जशीट फाइल करने वाली है. इसमें कहा गया है कि पूरे हमले की योजना पाकिस्तान में बनी थी. साथ ही ये भी कहा गया है कि आतंकियों को ट्रेनिंग देने में इस्लामाबाद भी शामिल था.
एचटी के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि चार्जशीट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने स्थानीय युवक आदिल अहमद डार का इस्तेमाल किया, ताकि वह सीआरपीएफ के काफिले पर विस्फोटक से लदी गाड़ी को भिड़ा सके. खबर में आगे कहा गया है कि एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया- मजबूत तकनीकी, दस्तावेज और भौतिक साक्ष्य विशेषज्ञों की रिपोर्टों और विदेशी एजेंसी द्वारा साझा किए गए सबूतों से साफ पता चलता है कि इस हमले में सीधे तौर पर पाकिस्तान सरकार शामिल थी, जिसका उद्देश्य भारत में अशांति पैदा करना था.
जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना करने वाला मौलाना मसूद अजहर और उसका छोटा भाई, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर एनआईए की चार्जशीट में मुख्य आरोपी हैं. बता दें कि पुलवामा हमले के बाद से जैश के सात आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें, शाकिर बशीर, मोहम्मद अब्बास, मोहम्मद इकबाल, वैज उल इस्लाम, इंशा जां, तारिक अहमद शाह और बिलाल अहमद आदि शामिल हैं.
चार्जशीट में पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक, जैश का एरिया कमांडर मुद्दसिर खान, आदिल अहमद डार भी शामिल हैं, लेकिन बतौर आरोपी नहीं क्योंकि इन सभी को सुरक्षाबलों द्वारा मौत के घाट उतारा जा चुका है. दूसरे अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अजहर और अन्य के खिलाफ आतंकरोधी कानून के अंतर्गत चार्जशीट दायर करने की हरी झंडी दे दी है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शुरू से ही पुलवामा हमले में पाकिस्तान के रोल से इनकार करते रहे हैं. उन्होंने कई बार मंचों से ये भी कहा कि भारत बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर आरोप लग रहा है. पाकिस्तान में रह रहे वैश्विक आतंकी घोषित हो चुके मसुद अजहर पर कोई एक्शन नहीं लिया. एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाल रखा है.
Posted by: Utpal kant