नयी दिल्ली : पिछले साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA को बड़ी सफलता हाथ लगी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को और एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
अधिकारियों ने बताया, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 5 जुलाई को एक और आरोपी बिलाल अहमद कुचे को गिरफ्तार किया. यह इस मामले में एनआईए द्वारा अब तक की गई 7 वीं गिरफ्तारी है.
इससे पहले 2 जुलाई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 6ठे आरोपी को गिरफ्तार किया था. एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया था कि जम्मू-कश्मीर के बडगाम निवासी मोहम्मद इकबाल राथेर (25) ने अप्रैल, 2018 में घुसपैठ कर जम्मू क्षेत्र में पहुंचे जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक की आवाजाही में कथित रूप से मदद की थी.
फारूक पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी संगठन का सदस्य और पुलवामा हमले का मुख्य सरगना है. उन्होंने बताया कि पुलवामा हमले में उपयोग के लिए फारूक ने अन्य लोगों के साथ मिलकर आईईडी तैयार किए थे.
अधिकारी ने बताया था कि राथेर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक अन्य मामले में सितंबर, 2018 से ही न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है. इस मामले की जांच भी एनआईए कर रही है. उन्होंने बताया कि जेल अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को राथेर को विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया. अदालत ने उसे पूछताछ के लिए सात दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया.
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये थे. यह हमला जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले के अवन्तिपोरा के निकट लेथपोरा इलाके में हुआ था.
आतंकियों को पहले से ही सुरक्षाबलों के काफिले के गुजरने की खबर थी. इस हमले में एक आतंकी ने एक गाड़ी का इस्तेमाल किया, जिसमें विस्फोटक रखे थे. आतंकियों ने उसी गाड़ी को निशाना बनाया था, जिसमें सबसे ज्यादा जवान सवार थे
इधर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार (7जुलाई) को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में तीन सुरक्षा कर्मी घायल हो गए. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान घर से कूदने की कोशिश करते समय गोली लगने से एक आतंकवादी के मारे जाने की भी संभावना है.
हालांकि उसका शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है. अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने पुलवामा के गूसू गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलीबारी करने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया. अधिकारी ने बताया कि शुरुआती गोलीबारी में तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Posted By – Arbind kumar mishra