पुलवामा में मारा गया जैश का टॉप मोस्ट वांटेड आतंकवादी, जानें उसका नाम क्यों पड़ा था ‘लंबू’
Pulwama Encounter जम्मू-कश्मीर के पुलवामा स्थित फॉरेस्ट एरिया दाचीगाम के नामिबियान तथा मारसार में शनिवार सुबह आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. इनमें से एक की पहचान जैश ए मोहम्मद के खूंखार आतंकी इस्माइल भाई उर्फ लंबू के रूप हुई है.
Pulwama Encounter जम्मू-कश्मीर के पुलवामा स्थित फॉरेस्ट एरिया दाचीगाम के नामिबियान तथा मारसार में शनिवार सुबह आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया. इनमें से एक की पहचान जैश ए मोहम्मद (Jaish E Mohammed) के खूंखार आतंकी इस्माइल भाई उर्फ लंबू के रूप हुई है. मुठभेड़ में उसके एक साथी को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है.
जैश का टॉप मोस्ट वांटेड आतंकवादी था लंबून्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को जैश के कुछ आतंकियों के बारे में सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस और सेना के जवानों ने मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया. उन्होंने बताया कि आज सुबह फायरिंग शुरू हुई, जिसमें जैश के 2 आतंकी मारे गए. जिसमें एक जैश का टॉप मोस्ट वांटेड आतंकवादी है. जिसको लंबू भाई, अदनान और सैफुल्ला नाम से भी जानते हैं. उन्होंने कहा कि उसका असली नाम इस्माइल मौलवी है. अभी ऑपरेशन चल रहा है.
Topmost Pakistani terrorist affiliated with proscribed terror outfit Jaish-e-Mohammed (JeM) Lamboo was killed in today’s encounter. Identification of second terrorist being ascertained: IGP Kashmir Vijay Kumar to ANI pic.twitter.com/l94dXBZB1F
— ANI (@ANI) July 31, 2021
बताया जा रहा है कि लंबू ने ही पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए फिदायीन हमले के लिए आईईडी तैयार की थी. उसके पास से भारी संख्या में हथियार भी बरामद हुए हैं. सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि लंबू जैश के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार था. साढ़े छह फीट हाइट होने की वजह से उसका नाम लंबू पड़ गया था.
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ीहाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में इस समय आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं. बारामूला जिले के खानपोरा ब्रिज पर शुक्रवार को संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा सीआरपीएफ की टीम पर ग्रेनेड से हमला किया गया. इस हमले में चार जवान और एक आम नागरिक घायल हुए थे. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की माने तो घटना को अंजाम देने के बाद संदिग्ध क्षेत्र में ही कहीं छिपे हुए हैं. उन्हें पकड़ने के लिए पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. वहीं बुधवार को भी बारामूला जिले में संदिग्ध आतंकवादियों ने एक पुलिस दल पर ग्रेनेड फेंका था, हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ.