Pulwama: पुलवामा अटैक के लिए हुई थी 10 माह तक प्लानिंग, 200 किलो विस्फोटक से 5 आंतकियों ने दिया हमले को अंजाम
Pulwama, Pulwama terror attack: पिछले साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने चार्जशीट फाइल कर दी है जिसमें आंतकियों के खतरनाक मंसूबों का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी द्वारा दायर 13,500 पन्नों के इस आरोप पत्र में बताया गया है कि 10 माह की प्लानिंग के बाद पुलवामा हमले को अंजाम दिया गया. इस हमले में 200 किलो विस्फोटक का प्रयोग हुआ.
Pulwama, Pulwama terror attack: पिछले साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने चार्जशीट फाइल कर दी है जिसमें आंतकियों के खतरनाक मंसूबों का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसी द्वारा दायर 13,500 पन्नों के इस आरोप पत्र में बताया गया है कि 10 माह की प्लानिंग के बाद पुलवामा हमले को अंजाम दिया गया. इस हमले में 200 किलो विस्फोटक का प्रयोग हुआ.
चार्जशीट में कहा गया है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की धरती पर सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है. 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को आतंकवादियों ने विस्फोटक से भरी एक गाड़ी से भिड़ा दिया था जिसमें 40 से अधिक जवान शहीद हुए थे. न्यूज-18 के मुताबिक, चार्जशीट में मसूद अजहर के अलावा उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर को आरोपी बनाया है.
इसके अलावा चार्जशीट में मारे गए आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक, आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार और पाकिस्तान से सक्रिय अन्य आतंकवादी कमांडर के नाम भी शामिल हैं. ये सभी नाम अब तक गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के अलावा शामिल किए गए हैं. एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने चार्जशीट में सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूतों के साथ मजबूत केस बनाया है
इसमें उनकी चैट, कॉल डिटेल्स आदि शामिल हैं जो हमले में उनकी भूमिका की पुष्टि करते हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि मसूद अजहर का भतीजा उमर फारूक अप्रैल 2018 में ही जम्मू-सांबा सेक्टर से बॉर्डर पार करके भारत में आ गया था. पुलवामा में वह जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर बन गया था.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, उमर फारूक और उसके सहयोगियों ने ही सीआरपीएफ पर हमले की पूरी प्लानिंग की थी और आखिर में उसे अंजाम भी दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. इस चार्जशीट में पाकिस्तान की आतंकी साजिश का पूरा कच्चा चिट्ठा है. चार्जशीट में पाकिस्तान में छिपे बैठे हमले के मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर समेत 20 को आरोपी बनाया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि एनआईए ने इलेक्ट्रॉनिक सबूतों और अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार आतंकवादियों तथा उनसे सहानुभूति रखने वालों के बयानों की मदद से इस ‘पेचीदा मामले’ की गुत्थी सुलझाई है. आरोप पत्र में आत्मघाती बम हमलावर आदिल डार को शरण देने और उसका अंतिम वीडियो बनाने के लिये पुलवामा से गिरफ्तार किये गए लोगों को नामजद किया गया है. डार ने पिछले साल 14 फरवरी को दक्षिण कश्मीर के लेथपुरा के निकट लगभग 200 किलो विस्फोटक से भरे वाहन से सीआरपीएफ के काफिले को टक्कर मार दी थी.
आरोप पत्र में कहा गया है कि आदिल अहमद डार विस्फोटक से लदी वह कार चला रहा था. उसने बिलाल अहमद कूचे द्वारा खरीदे गए हाइटेक फोन से पुलवामा में शाकिर बशीर के घर पर अपना आखिरी वीडियो बनाया था. डार मर चुका है जबकि बशीर और कूचे को गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोप पत्र में कहा गया है कि पहले वह कार बशीर चला रहा था. बाद में उसने कार डार को दे दी, जिसने उसे सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दिया.
Posted By: Utpal kant