देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गयी है और इस बार यह वायरस युवाओं को अपना शिकार ज्यादा बना रही है. पिछले 24 घंटे में 459 लोगों की मौत देशभर में हो चुकी है. पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने कोरोना से मरने वालों वालों का शव उनके परिजनों को सौंपने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र की स्थिति देशभर में अभी सबसे गंभीर है. यही वजह है कि मृतकों के अंतिम संस्कार को लेकर पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने बड़ा फैसला लिया है. कॉर्पोरेशन ने कहा है कि कोरोना संक्रमितों की मौत अगर घर में होती है तो उनके परिजन ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे और नागरिक निकाय उन्हें मदद उपलब्ध करायेगा.
कोरोना से मरने वालों के परिजनों को बॉडी बैग और चार पीपीई किट दिया जायेगा. परिजन मृतक के शरीर को बॉडी बैग में डालते वक्त पीपीई किट पहनेंगे.
देश में इस साल एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 72,330 नये मामले आये सामने आये हैं साथ ही 459 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र में इस साल मार्च में कोविड-19 के 6,51,513 मामले आए जो पिछले पांच महीने में आए कुल मामलों का 88.23 प्रतिशत हैं.
इसके साथ ही पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट पर कोविड संबंधित जरूरी कार्रवाई को पूरा करने के लिए बीमा फॉर्म के साथ, मृत्यु किस कारण से हुई इसका प्रमाण पत्र जो कोई डॉक्टर देगा अपलोड करना पड़ेगा. इस प्रक्रिया के लिए मृतक का और उसके रिश्तेदारों का आधार कार्ड होना जरूरी है.
पुणे में पिछले 24 घंटे में 31 लोगों की मौत हुई है और संक्रमण के साढ़े आठ हजार से ज्यादा मामले सामने आये हैं. देश में जितने कोरोना के मामले हैं उसका 11 प्रतिशत से भी अधिक केस पुणे में है.
Posted By : Rajneesh Anand