पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इसकी घोषणा आज शाम सात बजे तक हो सकती है. यह जानकारी पार्टी सूत्रों से मिली है. राजनीतिक गलियारों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी एक बार फिर चरणजीत सिंह चन्नी को ही मुख्यमंत्री के रूप में पेश करेगी.
कांग्रेस पार्टी अगर सीएम उम्मीदवार के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी को सामने लाती है, तो उसे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की नाराजगी सहनी पड़ सकती है, क्योंकि सिद्धू मुख्यमंत्री पद पर ही नजर गड़ा कर बैठे हैं. सिद्धू अगर नाराज हुए तो वे पार्टी छोड़ सकते हैं, इसकी आशंका भी है. हालांकि सिद्धू ने यह कहा था कि पार्टी हाईकमान जिसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी उसे सभी स्वीकार करेंगे और उसका समर्थन करेंगे.
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि चरणजीत सिंह चन्नी को मात्र दो विधायक मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते थे. कांग्रेस की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने दावा किया है कि पिछले साल अमरिंदर सिंह को हटाये जाने के बाद 42 विधायक उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे.
जाखड़ ने अबोहर में मंगलवार को एक सभा को संबोधित किया था और इस सभा की एक वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है. जाखड़ के भतीजे संदीप जाखड़ पंजाब विधानसभा चुनाव में अबोहर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. सुनील जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे.
पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को तरजीह दी, जो अनुसूचित जाति समुदाय से पंजाब के पहले मुख्यमंत्री बने. जाखड़ ने कहा, सुनील (जाखड़) को 42 वोट, सुखजिंदर रंधावा को 16, महारानी परनीत कौर (अमरिंदर सिंह की पत्नी और पटियाला की सांसद) को 12 वोट, नवजोत सिंह सिद्धू को छह वोट और (चरणजीत सिंह) चन्नी को दो वोट मिले थे. जाखड़ के बयान के बाद सीएम कैंडिडेट को लेकर विवाद और बढ़ गया है.