पंजाब में कांग्रेस के पूर्व विधायक पर केस दर्ज, पर्ल ग्रुप के चीफ से ठगी करने का आरोप
लुधियाना के पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पर्ल ग्रुप के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू के साथ ठगी करने के सिलसिले में तीन व्यक्ति जीवन सिंह, धर्मवीर सिंह और दलीप सिंह त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई समेत तीन लोग फरार हैं.
लुधियाना : पंजाब में कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. कांग्रेस के पूर्व विधायक कोटभाई पर पर्ल ग्रुप के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू के साथ ठगी करने का आरोप लगाया गया है. समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी एवं पर्ल ग्रुप के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू के साथ कथित तौर पर ठगी करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई समेत छह के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार, तीन फरार
लुधियाना के पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पर्ल ग्रुप के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू के साथ ठगी करने के सिलसिले में तीन व्यक्ति जीवन सिंह, धर्मवीर सिंह और दलीप सिंह त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई समेत तीन लोग फरार हैं. बताया जाता है कि प्रीतम सिंह कोटभाई पंजाब के भूचो मंडी क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और चिटफंड मामले में पहले भी उन पर केस दर्ज किया है.
भंगू के भतीजे ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पर्ल ग्रुप के प्रमुख निर्मल सिंह भंगू के भतीजे शिंदर सिंह की शिकायत पर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया है. शिंदर सिंह ने पुलिस में दी अपनी शिकायत में कहा है कि कुछ महीने पहले तिहाड़ जेल से बठिंडा जेल में भेजे गए उनके चाचा निर्मला सिंह भंगू से पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई की जेल में मुलाकात हुई थी. शिकायतकर्ता ने कहा कि कोटभाई ने भंगू से कहा था कि सरकार में उनकी अच्छी-खासी पहुंच है और यदि वह उन्हें पांच करोड़ रुपये देते हैं, तो वह उसे जेल से रिहा करवा सकते हैं.
जेल से रिहाई के नाम पर ठगे पांच करोड़ रुपये
पुलिस के अनुसार, जेल से रिहाई के नाम पर निर्मल सिंह भंगू ने कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई को करीब 3.5 करोड़ रुपये एडवांस के तौर पर और 1.5 करोड़ रुपये जेल से बाहर निकलने के बाद देने पर सहमति जताई थी. भंगू ने यह बात अपने भतीजे शिंदर सिंह को बताई, जिन्होंने गुरधारी लाल नाम के व्यक्ति से ब्याज पर 3.5 करोड़ रुपये उधार लिये और यह रकम प्रीतम सिंह कोटभाई के निर्देशानुसार विभिन्न कंपनियों के खातों में जमा करा दी.
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कोटभाई ने फर्जी कंपनियों के खातों जमा करवाए पैसे
पुलिस ने बताया कि कंपनियों के खातों में पैसा जमा कराने के बाद में निर्मल सिंह भंगू के भतीजे शिंदर सिंह को पता चला कि उन्होंने जिन कंपनियों के खातों में उसने पैसे डाले हैं, वे सभी फर्जी हैं. उसके बाद प्रीतम सिंह कोटभाई और पांच अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया गया है. चिटफंड कंपनी पर्ल ग्रुप ने विभिन्न निवेश योजनाएं अवैध रूप से संचालित कर पंजाब समेत देश के विभिन्न हिस्सों में कई लोगों से कथित तौर पर ठगी की थी.