पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने माना पीएसपीसीएल का प्रस्ताव, जीवीके गोइंदवाल साहिब बिजली खरीद समझौता खत्म
Punjab Government News Update पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को जीवीके गोइंदवाल साहिब (2x270 मेगावाट) बिजली खरीद समझौते (PPA) को समाप्त करने के पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इसके बाद, पीएसपीसीएल ने कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस जारी कर दिया है.
Punjab Government News Update पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को जीवीके गोइंदवाल साहिब (2×270 मेगावाट) बिजली खरीद समझौते (PPA) को समाप्त करने के पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इसके बाद, पीएसपीसीएल ने कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस जारी कर दिया है. पंजाब सीएमओ की ओर से इसकी जानकारी दी गई है.
संभावना जताई जा रही थी कि पंजाब में सियासी मुद्दा बन चुके प्राइवेट थर्मल और सोलर प्लांटों से किए बिजली समझौते रद्द हो सकते हैं. बता दें कि पंजाब में सीएम का पदभार संभालते ही चरणजीत चन्नी ने 1200 करोड़ के बिजली बिल माफ कर दिए. यह बिल 2 किलोवाट तक के कनेक्शन के थे. जिनका बिल बकाया खड़ा था. हालांकि, तब सवाल उठा कि जिन लोगों ने ईमानदारी से पूरा बिल भरा, उन्हें सरकार ने क्या दिया.
Punjab CM Charanjit Singh Channi today approved the Punjab State Power Corporation Limited’s (PSPCL) proposal to terminate GVK Goindwal Sahib (2×270 MW) Power Purchase Agreement (PPA). Subsequently, PSPCL has issued termination notice to the company: CMO
— ANI (@ANI) October 30, 2021
बताया जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी जाने का बड़ा मुद्दा बिजली समझौते और महंगी बिजली भी थे. जिसको लेकर सरकार दबाव में थी. पंजाब सरकार ने बीते दिनों सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी. जिसमें बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के साथ कृषि कानून रद्द करने के लिए 8 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए जाने पर सहमति बनी थी. पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू ने भी बिजली समझौते रद्द करने का मुद्दा उठाया दिया.
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