Punjab New CM Charanjit Singh Channi Profile पंजाब के सीएम को लेकर शनिवार से चल रहा सस्पेंस आज शाम खत्म हो गया है. कांग्रेस आलाकामन और पंजाब के विधायकों की बीच चली लंबी बैठक के बाद चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगाई गई. कांग्रेस की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता चरणजीत सिंह चन्नी को रविवार को पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना गया और अब वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे.
चरणजीत सिंह चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री के पद पर रहे थे. बता दें कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के चरनजीत सिंह को करीब 12 हजार वोटों के अंतर से हराया था. वहीं, 2012 के चुनावों में उन्होंने करीब 3600 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. चरणजीत सिंह चन्नी युवा कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं. इसी दौरान वे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के करीब आए थे.
पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब कांग्रेस में मुखर नेता रहे हैं और उन्हें दलित सिख का एक अहम चेहरा माना जाता है. बता दें कि भारत में सबसे अधिक दलित सिख पंजाब में हैं. राजनीतिक प्रेक्षकों को कहना है कि दलित सिख चेहरा होना उनको मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में रहा है. चरणजीत सिंह चन्नी का नाम #MeToo प्रकरण में भी सामने आ चुका है. इसी वर्ष मई में तीन साल पुराने एक मामले में उनका नाम आया था.
आरोप था कि उन्होंने एक महिला आईएएस अधिकारी को साल 2018 में गलत मैसेज भेजा था. हालांकि, महिला अधिकारी ने इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन पंजाब महिला आयोग ने इस मामले को लेकर मई में राज्य सरकार को नोटिस भेजा था, तब मामला फिर से सुर्खियों में आया.
पंजाब में तकनीकी शिक्षा मंत्री रहते हुए चरणजीत सिंह चन्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें वो दफ्तर में सिक्का उछालते दिख रहे हैं. इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने उन्हें निशाने पर लिया था. इस मामले में आम आदमी पार्टी ने तत्कालीन सीएम अमरिंदर सिंह से उनके इस्तीफे की मांग तक कर दी थी. चरणजीत सिंह पंजाब में नशा को लेकर और गीतों में इसे बढ़ावा दिए जाने को लेकर वे विरोध जताते रहे हैं. साथ ही इस पर बैन लगाए जाने की मांग करते रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू की तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफे की मांग करने वाले विधायकों में वे शामिल रहे हैं.