20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस में किचकिच जारी! अमरिंदर ने MLA और MP को लंच पर बुलाया,सिद्धू को निमंत्रण नहीं

Punjab Congress Crisis : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष का पद नवजोत सिंह सिद्धू को मिलने के बाद भी सबकुछ ठीक नहीं हुआ है. सूबे के मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सांसदों और विधायकों को लंच पर बुलाया है. Captain amarinder singh, punjab congress chief navjot sidhu, congress, congress dispute

Punjab Congress Crisis : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष का पद नवजोत सिंह सिद्धू को मिलने के बाद भी सबकुछ ठीक नहीं हुआ है. जानकारी के अनुसार सूबे के मुख्‍यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब के सांसदों और विधायकों को लंच पर बुलाया है. जानकारी के अनुसार अब तक नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित नहीं किया गया है. लंच का आयोजन 21 जुलाई को किया गया है. आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया. गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की कड़ी आपत्ति के बावजूद यह फैसला लिया.

सोनिया गांधी ने अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सिद्धू की सहायता के लिए चार कार्यकारी अध्यक्षों की भी नियुक्ति की है. ये नियुक्तियां पार्टी में आंतरिक कलह के बाद हुईं है जिससे पार्टी की प्रदेश इकाई सिंह और सिद्धू के प्रति निष्ठा रखने वाले गुटों में विभाजित हो गई.

Also Read: पद मिलने के बाद इमोशनल हुए सिद्धू, नेहरू के साथ पिता की तस्वीर की साझा कहा- अभी तो सफर शुरू हुआ है

पंजाब इकाई के नये कार्यकारी अध्यक्ष : संगत सिंह गिलजियां, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल, कुलजीत सिंह नागरा को पंजाब इकाई के नये कार्यकारी अध्यक्ष के रुप में जगह दी गई है. ये सभी विभिन्न क्षेत्रों एवं जातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं.

क्या कहा पार्टी ने : कांग्रेस द्वारा जारी बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने नवजोत सिंह सिद्धू को तत्काल प्रभाव से पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है. पार्टी प्रदेश कांग्रेस समिति के निवर्तमान अध्यक्ष सुनील जाखड़ के योगदान की सराहना करती है. कांग्रेस के सिक्किम, नगालैंड और त्रिपुरा मामलों के प्रभारी नागरा को उनकी मौजूदा जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है.

विधानसभा चुनाव से पहले : पंजाब में 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए सिद्धू ने पिछले कुछ दिनों में समर्थन जुटाने के अपने प्रयास तेज कर दिये हैं और कई विधायकों और नेताओं से मुलाकात की है. इस फैसले के साथ ही पार्टी नेतृत्व ने अमरिंदर सिंह के विरोध की अनदेखी करते हुए सिद्धू का समर्थन करने का स्पष्ट संकेत दे दिया है. पार्टी नेतृत्व को लगता है कि सिद्धू नई ऊर्जा और उत्साह के साथ पार्टी के प्रचार अभियान का नेतृत्व कर सकते हैं और अगले साल की शुरुआत में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं.

सिद्धू की भीड़ आकर्षित करने की क्षमता : सिद्धू की भीड़ आकर्षित करने और जोरदार प्रचार अभियान शुरू करने की क्षमता ने उनके पक्ष में काम किया है क्योंकि पार्टी को लगता है कि सत्ता में साढ़े चार साल के बाद पार्टी पदाधिकारियों में आयी सुस्ती को दूर करके उनमें नई ऊर्जा का संचार करना आवश्यक है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के समर्थन ने भी सिद्धू को कड़े प्रतिरोध के बावजूद यह पद हासिल करने में मदद की है.

Posted By : Amitabh Kumar

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें