Punjab Congress Internal Fight पंजाब कांग्रेस में जारी अंदरूनी लड़ाई थमता नहीं दिख रहा है. पार्टी आलाकमान के निर्देश पर पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिद्धू के विवादित सलाहकार मालविंदर माली को आज इस्तीफा देना पड़ा. वहीं, पंजाब कांग्रेस में चल रहे संकट के बीच पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने पूरी बातें रख दी हैं. उनसे कहा कि सभी पक्षों का कहना है कि जो सोनिया गांधी का निर्णय होगा उसे हम मानेंगे. हरीश रावत ने कहा कि थोड़ी बातें बिगड़ी हैं, लेकिन हम उसे संभालने की कोशिश करेंगे.
I have informed the Congress president. I've told her that all parties will follow her instructions. There have been a few problems here but we're trying to resolve them. The situation is under control: Punjab Congress in-charge Harish Rawat pic.twitter.com/4Xw8fwyevZ
— ANI (@ANI) August 27, 2021
वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा अमृतसर में दिए बयान के बारे में पूछे गए सवाल पर पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस की अपनी परंपरा और सिद्धांत हैं. अगर पार्टी की परंपरा और सिद्धांत उन्हें यह इजाजत देते हैं तो उन्हें ईंट से ईंट बजाने की छूट है. दरअसल, अमृतसर में व्यापारियों को संबोधित करते हुए पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि यदि उन्हें फैसले न लेने दिए गए तो वे ईंट से ईंट बजा देंगे. वे पंजाब मॉडल के संदर्भ में बात कर रहे थे.
इधर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की और उन्हें अपनी चिंताओं से अवगत कराया. कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की जानकारी देते हुए हरीश रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी के अंदरूनी हालात को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने पार्टी संगठन को लेकर कुछ सैद्धांतिक विचार भी उनके सामने रखे हैं. रावत ने कहा कि कैप्टन द्वारा रखे गए विचार और चिंता के बारे में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को सूचित कर दिया है.
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