Punjab Election 2022: कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ का बयान, पंजाब में सीएम फेस की घोषणा नहीं होगी
Punjab Election 2022: तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने साफ कहा है कि पंजाब में सीएम फेस की घोषणा नहीं होगी. सामूहित तौर पर पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी.
Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले सीएम फेस को लेकर मचे बवाल के बीच राज्य के कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ ने साफ कर दिया है कि पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरे की घोषणा नहीं करेगी. इस चुनाव को सामूहिक अगुवाई में लड़ जाएगा. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस ने कभी भी सीएम चेहरे का खुलासा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि 2017 का राज्य विधानसभा चुनाव अपवाद रहा है जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया था.
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि हम मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं करेंगे और कांग्रेस के संयुक्त अगुवाई में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. वहीं, आपको बता दें कि चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय मकान की अध्यक्षता में गठित स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक बुधवार को हुई. दिल्ली में हुई इस बैठक में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ ने हिस्सा लिया.
लगातार खुद को सीएम फेस बताते रहे हैं सिद्धू : नवजोत सिंह सिद्धू लगातार खुद को सीएम फेस के तौर पेश करते आए हैं. पार्टी के सूत्रों की मानें तो राज्य के ज्यादातर नेता राज्य में जाति के अनुसार समीकरण तय कर सामूहिक अगुवाई में चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं. कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सीटों के साथ-साथ दूसरे कई मुद्दों पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सीटों पर चर्चा जरूर हुई है लेकिन आखिरी सूची सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली सीईसी जारी करेगी.
पंजाब कांग्रेस में चुनावी खेल है जारी: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में नेताओं का दलबदल का खेल जारी है. कई नेता पुरानी पार्टी छोड़ नई पार्टी में जा रहे हैं. लेकिन दलबदल का यह खेल कांग्रेस के लिए महंगा पड़ता नजर आ रहा है. कांग्रेस को बड़ा झटका फतेह सिंह बाजवा के रुप में लगा है. दरअसल विधायक फतेह सिंह बाजवा बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उनके इस फैसले को कांग्रेस गलत बता रही है. एएनआई से बातचीत करते हुए सुनील जाखड़ ने बाजवा के इस फैसले को गलत करार देते हुए कहा कि पंजाब में बीजेपी की कोई प्रासंगिकता नहीं है. वहीं, इसका कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता.केवल वे ही पार्टी छोड़ने का मुख्य कारण बता सकते हैं.