Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव को लेकर सियासी दल जोर आजमाइश में लगे हैं. इसी कड़ी में खबर है कि कांग्रेस को चुनाव से पहले जोर का झटका लगा है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के भाई फतेहजंग सिंह बीजेपी में चले गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि फतेहजंग सिंह बीजेपी में शामिल हो रहें हैं.
गौरतलब है कि, फतेहजंग सिंह बाजवा गुरदासपुर के कादियां से कांग्रेस के विधायक हैं. फतेहजंग सिंह बाजवा कांग्रेस ने बड़े नेता हैं. उनके बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को जोर का झटका लगा है. सबसे बड़ी बात की फतेहजंग सिंह बाजवा को प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव को लेकर कई जिम्मेदारियां दी थी. इससे पहले सिद्धू ने भी रैली कर लोगों से फतेहजंग सिंह बाजवा को जिताने की अपील कर चुके हैं.
मतभेद के बाद लिया फैसला: मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि पार्टी के अंदरखाने और सीट को लेकर खींचतान के कारण फतेहजंग सिंह बाजवा ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. दरअसल, फतेहजंग सिंह बाजवा कादियां से दूसरी बार चुनाव लड़ने के दावेदार थे लेकिन उनके बड़े भाई प्रताप प्रताप सिंह बाजवा ने पहले ही वहां से दावेदारी कर दी.
गौरतलब है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में ही जब कादियां विधान सभा सीट से राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने खुद विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी तो दोनों भाईयों में इस सीट को लेकर विवाद जैसी स्थिति हो गई. हालांकि, प्रताप सिंह बाजवा अपनी उम्मीदवारी को लेकर कहा था कि उन्हें पार्टी हाईकमान से हरी झंडी मिल चुकी है. इसी समय से अंदरखाने विवाद जारी था. जो अब खुल कर सामने आ गया.
गौरतलब है कि फतेहजंग बाजवा को पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है. ऐसे में कांग्रेस हाईकमान भी प्रताप सिंह की उम्मीदवारी ज्यादा पुख्ता मान रही थी. बहरहाल सत्ता में न कोई परमानेंट दोस्त होता है और न ही कोई परमानेंट दुश्मन. ऐसे में देखना है कि फतेहजंग बाजवा का बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए कितना बड़ा झटका साबित होता है.
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Posted by : Pritish Sahay