हार के बाद भी नहीं कम हुए सिद्धू के तेवर, आरोप पर दिया करारा जवाब, कहा- खुद गिर गये मुझे गिराने वाले

Punjab Congress: पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार से कांग्रेस का भले ही सूपड़ा साफ हो गया हो, लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के तेवर में कोई कमी नहीं आई है. उनके बयानों में तल्खी अब भी बरकरार है. सिद्धू ने कहा है कि मुझे गिराने वाले खुद ही गड्ढे में गिर गए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2022 9:29 AM

Punjab Congress: पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार से कांग्रेस का भले ही सूपड़ा साफ हो गया हो, लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के तेवर में कोई कमी नहीं आई है. उनके बयानों में तल्खी अब भी बरकरार है. दरअसल, चुनाव के नतीजों में कांग्रेस बुरी तरह हार गई है. हार के बाद कांग्रेस के पंजाब अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का बयान आया है जिसमें उन्होंने मुझे गिराने वाले खुद ही गड्ढे में गिर गए.

चुनावी नतीजों के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, जनता के फैसले को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा जनता ने पुराने सिस्टम को नापसंद कर नए बदलाव को तवज्जो दी है. सिद्धू ने कहा कि लोगों ने नई व्यवस्था की नींव रखी है. सिद्धू ने इस बदलाव को सही करार दिया है. आप से चुनाव हारने के बाद सिद्धू ने कहा कि, उनका लक्ष्य पंजाब का विकास करना है और इसके लिए वो हमेशा तत्पर रहते हैं.

नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वैसे लोग जो मुझे नीचा दिखाने की कोशिश में जुटे थे, वो लोग ज्यादा नीचे गिर गए. सिद्धू ने कहा कि तीन से 4 सीएम चुनाव हार चुके हैं. उन्होंने पंजाब की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि, पंजाब के वोटरों ने नये ऑप्शन को चुना है. उन्होंने कहा कि लोगों का फैसला सही है.

जाहिर है पंजाब चुनाव नतीजे आने के बाद प्रदेश कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का नय दौर शुरू हो गया है. सिद्धू ने चरणजीत चन्नी को सीएम फेस चुनने के लिए भी हाईकमान पर भड़ास निकाली है. उन्होंने कहा है कि यह आलाकमान का फैसला था कि चन्नी पंजाब में कांग्रेस का सीएम फेस बने. सिद्धू ने कहा कि इस फैसले में वो अंत तक पार्टी के साथ खड़े रहे.

इधर हार के लिए कई कांग्रेसी नेताओं ने सिद्धू पर ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है. पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिद्धू पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि सिद्धू के डीएनए में ही कांग्रेस नहीं है. कई अन्य कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जिस दौरान सिद्धू ने पार्टी की ही सरकार और प्रियंका गांधी पर सवाल खड़े किए थे, उन्हें उसी समय पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाना चाहिए था.

Posted by: Pritish Sahay

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