Punjab: भड़के हुए किसान एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आये हैं. इस बार किसानों ने पंजाब के अमृतसर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक 3 घंटे के लिए रेल रोको धरना दिया है. किसानों ने सराकर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि- सरकार ने पहले इनकी मांगों पर हामी भरी लेकिन, उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया है. किसानों के धरने को देखते हुए कई ट्रेनों पर रोक भी लगाया गया है.
धरना के दौरान किसानों ने सरकार के सामने कई तरह के मांगों को रखा. इनमें, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर हमला करने वाले अमन और प्रदीप के खिलाफ कार्रवाई की जाने की मांग, लिखित भरोसे के बाद भी एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाए जाने के खिलाफ मांग, दिल्ली मोर्चों के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए जाने के खिलाफ मांग, लखीमपुर के आरोपी आशीष मिश्रा की जामनत रद्द की जाने की मांग, भारत सरकार के WTO के साथ किए गए सभी समझौते रद किए जाने की मांग और बिजली शोध बिल 2020 की प्रोसिडिंग को हटाए जाने की मांग को लेकर सरकार के सामने अपनी बातों को रखा है.
राज्य सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखते हुए किसानों ने सड़क प्रोजेक्ट के लिए जमीनों को बिना योग्य मुआवजे के एक्वायर किया गया है और इसका जल्द हल निकाले जाने की मांग, गन्ने की कीमत 380 रुपये की जगह 500 रुपये करने की मांग, प्रदुषण पर रोकथाम लगाने के लिए कड़े कानून की मांग और दिल्ली मोर्चों के दौरान शहीद हुए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है.
किसानों द्वारा दिए गए धरने की वजह से निम्न स्थानों पर ट्रेनों को रोका गया है.
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जालंधर कैंट और कपूरथला रेलवे स्टेशन
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गुरदासपुर बटाला रेलवे स्टेशन
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बरनाला घुणस स्टेशन
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तरनतारन के खडूर साहिब, पट्टी और तरनतारन रेलवे स्टेशन
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होशियारपुर में टांडा रेलवे स्टेशन
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फरीदकोट रेलवे स्टेशन
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लुधियाना का समराला रेलवे स्टेशन
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फाजिल्का रेलवे स्टेशन
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अमृतसर में देवीदासपुरा जंडियाला गुरु
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फिरोजपुर बस्ती टैंका वाली गुरु हरसहाए
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मुक्तसर मलोट रेलवे स्टेशन
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मोगा रेलवे स्टेशन