Punjab Politics: बीजेपी में शामिल होंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब लोक कांग्रेस का भी होगा विलय
Punjab Politics: पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी नवगठित पार्टी (PLC) का भारतीय जनता पार्टी (BJP) में विलय भी करेंगे. अमरिंदर सिंह ने बीते पखवाड़े में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
Punjab Politics: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार यानि 19 सितंबर को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगे. पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) के प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने पुष्टि की कि उनकी पीएलसी का बीजेपी में विलय होने की संभावना है.
जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल होंगे कैप्टन
पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी नवगठित पार्टी का बीजेपी में विलय भी करेंगे. 80 वर्षीय कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद पिछले साल कांग्रेस छोड़ दी थी और पीएलसी का गठन किया था. बताया जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होंगे.
पीएलसी के अन्य नेता भी होंगे बीजेपी में शामिल
पीएलसी के प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने बताया कि पंजाब लोक कांग्रेस में शामिल हुए 7 पूर्व विधायक और एक पूर्व सांसद भी सोमवार को बीजेपी में शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि पीएलसी के अन्य पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष अगले सप्ताह चंडीगढ़ में एक अलग कार्यक्रम में बीजेपी में शामिल होंगे.
पीएम मोदी और अमित शाह से मिले थे कैप्टन
पार्टी के प्रवक्ता ने बताया कि रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बाद लंदन से हाल में लौटे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीते पखवाड़े में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. अमरिंदर सिंह ने 12 सितंबर को अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात के बाद कहा था कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, पंजाब में मादक पदार्थ-आतंकवाद के बढ़ते मामलों और राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए भविष्य की रूपरेखा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बहुत सार्थक चर्चा की.
पूर्ववर्ती पटियाला शाही परिवार के वंशज है कैप्टन अमरिंदर सिंह
वहीं, बीजेपी की पंजाब इकाई के नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने जुलाई में कहा था कि सिंह ने लंदन जाने से पहले भारतीय जनता पार्टी में अपनी पीएलसी के विलय का इरादा जताया था. ग्रेवाल ने उस समय कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री लंदन से लौटने के बाद विलय की घोषणा करेंगे. दो बार मुख्यमंत्री रह चुके सिंह पूर्ववर्ती पटियाला शाही परिवार के वंशज हैं. उन्होंने पिछले साल चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. पीएलसी ने बीजेपी और सुखदेव सिंह ढींढसा की अगुवाई वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि, उसका एक भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर पाया था और खुद सिंह को भी अपने गढ़ पटियाला शहरी सीट पर शिकस्त मिली थी.