Punjab Local Body Election: अबोहर चुनाव में उड़ी नियमों की धज्जियां, मुर्दों ने भी डाले वोट, आप ने लगाया आरोप
अबोहर : आम आदमी पार्टी ने पंजाब निकाय चुनाव के दौरान अबोहर के रिटर्निंग ऑफिसर पर हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. फाजिलका से जिला प्रधान वीरेंदर खालसा ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार अबोहर में आप के कैमरामैन द्वारा अपने खर्च पर वीडियोग्राफी की जा रही थी. लेकिन वहां के रिटर्निंग अधिकारी ने बूथ के बाहर वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं दी और पुलिस से कह कर कैमरामैन को गिरफ्तार करवा दिया.
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हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद अबोहर के रिटर्निंग ऑफिसर ने वीडियोग्राफी करने से रोका
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कानूनी रूप से वीडियोग्राफी कर रहे आप के कैमरामैन को पुलिस ने किया गिरफ्तार
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आम आदमी पार्टी ने पूछा सवाल- पुलिस बताए किस कानून के तहत की गिरफ्तारी
अबोहर : आम आदमी पार्टी ने पंजाब निकाय चुनाव के दौरान अबोहर के रिटर्निंग ऑफिसर पर हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. फाजिलका से जिला प्रधान वीरेंदर खालसा ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार अबोहर में आप के कैमरामैन द्वारा अपने खर्च पर वीडियोग्राफी की जा रही थी. लेकिन वहां के रिटर्निंग अधिकारी ने बूथ के बाहर वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं दी और पुलिस से कह कर कैमरामैन को गिरफ्तार करवा दिया.
रिटर्निंग ऑफिसर ने उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना की है. उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि बूथ के बाहर वीडियोग्राफी की जा सकती है. उसी आदेश के अनुसार वहां आम आदमी पार्टी का कैमरामैन वीडियोग्राफी कर रहा था तो अबोहर के रिटर्निंग ऑफिसर के कहने पर पुलिस ने उसे गैरकानूनी ढंग से हिरासत में ले लिया.
उन्होंने कहा कि इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर चुनाव में धांधली की. आखिर किसके कहने पर रिटर्निंग ऑफिसर ने हाईकोर्ट के आदेशों को मानने से इनकार किया. उन्होंने कांग्रेस पर फर्जी वोट डालने का भी आरोप लगाया और कहा कि रिपोर्ट के अनुसार अबोहर में मृत व्यक्तयों के भी वोट डाले गये. मरा हुआ व्यक्ति भी नगर परिषद चुनाव में अपना वोट डाला है.
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उन्होंने कहा कि चुनावों में हुई घटनाओं से यह स्पष्ट हुआ कि सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस द्वारा की जा रही गुंडागर्दी को रोकने के बजाय पुलिस और अन्य सरकारी तंत्र कांग्रेस के गुंडों की मदद कर रही थी. चुनाव आयोग भी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में असफल रहा. आयोग का रवैया भी संदेहास्पद है.
Posted By: Amlesh Nandan.