Punjab Municipal Election 2021: सन्नी देओल के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का स्ट्राइक, एक भी सीट नहीं जीत पायी BJP

Punjab Municipal Election 2021 : सन्नी देओल (Sunny Deol) के संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर (Gurdaspur) से में कांग्रेस ने स्ट्राइक कर दिया है. गुरदासपुर के सभी 29 सीटों पर भाजपा का सुपड़ा साफ हो गयी है. बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान सन्नी देओल की भी काफी विरोध हुआ था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2021 5:13 PM
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Punjab Municipal Election 2021 : पंजाब निकाय चुनाव के नतीजे आज आ रहे हैं. निकाय चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त जीत तो भाजपा को हार मिलते दिख रही है. अभी तक आये चुनाव परिणामों की बात करे तो कांग्रेस ने शानदार पर प्रदर्शन करते हुए 200 से ज्यादा वार्ड सीटों पर जीत हासिल कर ली हैं वहीं कई पर आगे चल रही है. भारतीय जनता पार्टी, अकाली दल और आम आदमी पार्टी का नगर निगम हो या नगर पंचायत हर जगह सफाया होता दिख रहा है. वहीं सन्नी देओल के संसदीय क्षेत्र से भी भाजपा का सफाया हो गया है.

सन्नी देओल (Sunny Deol) के संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर (Gurdaspur) से में कांग्रेस ने स्ट्राइक कर दिया है. गुरदासपुर के सभी 29 सीटों पर भाजपा का सुपड़ा साफ हो गयी है. बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान सन्नी देओल की भी काफी विरोध हुआ था. वहीं 26 जनवरी के हिंसा के मुख्य आरोपियों में से एक दीप सिद्दू के साथ उनकी तस्वीरें भी खूब वायरल हुए थें. तसवीरें वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई दी थी कि दी थी कि दीप का उनका और उनके परिवार का कोई संबध नहीं है.

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बता दें कि पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस गुरदासपुर में ही नहीं बल्की और भी जहगों पर विरोधियों को पस्त कर दिया है. गुरदासपुर के अलावा पठानकोट, भठिंडा, कपूरथला में भी कांग्रेस ने अधिकतर वार्ड्स में जीतती दिख रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक पठानकोट कांग्रेस ने 50 में से 37, भठिंडा में 25, कपूरथला नगर निगम में कांग्रेस 43, बाटला में 35 और अबोहर नगर निगम के 49 वार्ड सीटों पर अपना परचम लहराया है. भारतीय जनता पार्टी, अकाली दल और आम आदमी पार्टी का इन चुनाव में सुपड़ा साफ होते नजर आ रहा है.

बता दें कि मोदी सरकार द्वारा नये कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का असर पंजाब निकाय चुनाव के परिणामों पर साफ दिख रहा है. नये कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए पंजाब के किसानों ने इसका जमकर विरोध किया है. वहीं राजधानी दिल्ली में दो महीनों से भी ज्यादा समय ये किसानों का आंदोलन जारी है.

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