Punjab : अकाली दल से किसान खुश नहीं ? सुखबीर सिंह बादल के कार्यक्रम में जमकर बवाल, लाठीचार्ज

Punjab : सुखबीर सिंह बादल के कार्यक्रम में जमकर बवाल मचा. घटना में चार प्रदर्शनकारियों और तीन पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है.

By Agency | September 3, 2021 7:35 AM
an image

Punjab : पंजाब के मोगा में गुरुवार को शिरोमणि अकाली दल के एक कार्यक्रम में जमकर बवाल मचा. किसानों ने कथित तौर पर जबरन कार्यक्रम में दाखिल होने की कोशिश की जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का प्रयोग करना पड़ा. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल संबोधित कर रहे थे.

पुलिस ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने अकाली दल के कार्यक्रम स्थल में घुसने की कोशिश में उनके साथ हाथापाई की, बैरीकेड तोड़ दिए और बल पर पथराव भी किया. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में पंजाब के 100 विधानसभा क्षेत्रों में 100 दिन की ‘यात्रा’ शुरू की है. उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं से कहा कि जो लोग विरोध कर रहे थे वे किसान नहीं थे बल्कि वे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए लोग थे.

घटना में चार प्रदर्शनकारियों और तीन पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है. घटना में कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर होर्डिंग एवं बैनर तोड़ डाले जो अकाली दल की रैली के लिए लगाए गए थे. पुलिस ने दावा किया कि बल प्रयोग करने से पहले प्रदर्शनकारियों को कई बार चेतावनी दी गई.

मोगा के पुलिस अधीक्षक ध्रुमन निंबाले ने कहा कि हमने उन्हें कई बार आगाह किया। लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हमें उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का प्रयोग करना पड़ा. उन्होंने घटनास्थल के पास एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम कर दिया, जिसे बाद में खाली कराया गया. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लगभग 600 प्रदर्शनकारियों में से करीब 35 को हिरासत में लिया गया.

अकाली दल अध्यक्ष एवं सांसद सुखबीर सिंह बादल अनाज मंडी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, तभी प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती स्थल के अंदर घुसने की कोशिश की. प्रदर्शन कर रहे कुछ किसानों ने कहा कि वे बादल से कुछ मुद्दों पर सवाल करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.

एसएसपी ने कहा कि उन्होंने अवरोधक तोड़ने की कोशिश की. जब पथराव किया गया, तब उन्हें तितर-बितर करने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा. प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कहा कि हम नौ महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डटे हैं लेकिन राजनीतिक दलों को ‘‘ सत्ता की अधिक चिंता है और किसानों के लिए वह केवल मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं.

Also Read: फेक न्यूज से देश का नाम खराब होता है, खबर प्रकाशित करने वाले की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए : CJI

मोगा जिले के बाघापुराना में भी कुछ दिन पहले अकाली दल के एक कार्यक्रम के दौरान किसानों के एक समूह ने उनका विरोध किया था. अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पार्टी के ‘गल पंजाब दी’ अभियान के तहत आयोजित बड़ी रैली को बाधित करने का प्रयास कांग्रेस की केंद्र के साथ मिलीभगत से किए गए गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है ताकि पंजाब में शांति को भंग किया जा सके. उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि भाजपा के अलावा किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन से केवल केंद्र सरकार को फायदा होगा और किसानों के हितों को नुकसान पहुंचेगा.

Posted By : Amitabh Kumar

Exit mobile version