Punjab Election 2022: कांग्रेस को परास्‍त करने के लिए भाजपा के साथ अमरिंदर सिंह! इस पार्टी का भी मिलेगा साथ

Punjab Election 2022: कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के पहले हमारा गंठबंधन बनेगा. आपको बता दें कि कैप्‍टन की पार्टी भाजपा और अकाली दल के साथ गंठबंधन कर सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2021 2:07 PM
an image

Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस की टेंशन बढ़ने वाली है. जी हां, प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस छोड़कर अपनी अलग पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी बनाने वाले कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि हमारी दो पार्टियों से बातचीत जारी है. हमारा लक्ष्‍य अगामी चुनाव जीतना है और हम इसमें जरूर कामयाब होंगे.

आगे कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के पहले हमारा गंठबंधन बनेगा. आपको बता दें कि कैप्‍टन की पार्टी भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गंठबंधन कर सकती है जो सत्ता पर काबिज कांग्रेस को परेशानी में डालने का काम करेगी.

अमरिंदर सिंह ने कहा कि सैद्धांतिक तौर पर फैसला हो चुका है, अब सीट एडजस्टमेंट पर बात जारी है. हम ढिंढसा साहब की पार्टी के साथ सीट एडजस्टमेंट भी करेंगे. मैं दोनों पार्टियों से कहूंगा कि जो उम्मीदवार लगे कि जीत दर्ज करेगा उसपर विश्‍वास करना चाहिए. हमें विजेता चुनना चाहिए. ऐसे उम्मीदवारों का समर्थन करना चाहिए.


अमित शाह ने क्‍या कहा

यहां चर्चा कर दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों कहा था कि आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन को लेकर भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढिंढसा के साथ बातचीत जारी है. ये बातचीत जल्द सकारात्मक रूप में बाहर आएगी. शाह ने एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान उक्त बातें कही थी. शाह ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि अब मैं नहीं समझता कि पंजाब में कोई और मुद्दा बचा है. चुनाव मेरिट के आधार पर लड़े जाएंगे.

Also Read: पंजाब चुनाव में कांग्रेस को लगेगा झटका! अमरिंदर सिंह-भाजपा और अकाली दल आ सकते हैं साथ
इन दो पार्टियों के साथ भाजपा की बातचीत जारी

यहां आपको याद दिला दें कि मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह कुर्सी गवांने के बाद कांग्रेस से अलग हो गए थे और उन्होंने पिछले दिनों पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था, जबकि ढिंढसा ने शिरामणि अकाली दल से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) नाम से एक पार्टी बना ली थी.

अमरिंदर सिंह ने की मोदी सरकार की सराहना

जानकारों की मानें तो तीनों विवादित कृषि बिल वापस लेने के पीछे पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का अहम रोल रहा था. जब केंद्र सरकार ने इसपर फैसला लिया तो कैप्‍टन अमरिंदर ने सराहना भी की. इसी वक्त यह साफ हो गया था कि भाजपा और अमरिंदर सिंह एक विचार के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

Posted By : Amitabh Kumar

Exit mobile version