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Pushkar Resort Firing: पिता की मौत का बदला लेने के लिए आरोपी ने 31 साल तक किया इंतजार, जानें पूरा मामला

उस समय मदन सिंह को श्रीनगर रोड पर गोली मारी गई थी लेकिन वह बच गए और उन्हें जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर जेएलएन अस्पताल के अंदर 5-6 लोगों ने उन पर हमला किया. पुलिस ने सवाई सिंह, राजकुमार जयपाल, नरेंद्र सिंह व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मुकदमा दर्ज कर लिया है.

Pushkar Resort Firing: पुष्कर के एक रिजॉर्ट में शनिवार को हुई फायरिंग ने 1992 के अजमेर ब्लैकमेल कांड की यादें ताजा कर दी हैं. पूर्व वार्ड पार्षद सवाई सिंह पर गोली चलाने वाले आरोपी 1992 में मारे गए मदन सिंह के बेटे हैं. मदन सिंह एक साप्ताहिक समाचार पत्र चला रहा था और उस ब्लैकमेल घटना पर लिख रहा था जिसमें अजमेर की कई लड़कियों को ब्लैकमेल और बलात्कार किया गया था. मदन सिंह की हत्या के सभी आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया. तभी से मदन सिंह के दोनों पुत्रों ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने का संकल्प लिया. पिछले दस वर्षों में बदला लेने का यह उनका दूसरा प्रयास था.

मदन सिंह को श्रीनगर रोड पर गोली मारी गई

उस समय मदन सिंह को श्रीनगर रोड पर गोली मारी गई थी लेकिन वह बच गए और उन्हें जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर जेएलएन अस्पताल के अंदर 5-6 लोगों ने उन पर हमला किया. पुलिस ने सवाई सिंह, राजकुमार जयपाल, नरेंद्र सिंह व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मुकदमा दर्ज कर लिया है. उस समय मदन सिंह के पुत्र – सूर्य और धर्म की उम्र लगभग 8 से 12 वर्ष की थी. अजमेर ब्लैकमेल का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहा जिसमें यूथ कांग्रेस के नेता स्कूल और कॉलेज की छात्राओं की तस्वीरें हासिल कर उन्हें ब्लैकमेल करने और उनके साथ बलात्कार करने में शामिल थे.

आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया

2012 में जब मदन सिंह हत्याकांड में सवाई सिंह और कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल व अन्य को कोर्ट ने बरी कर दिया था. उस वक्त दोनों आरोपियों सूर्य प्रताप सिंह और धरम प्रताप सिंह ने पुष्कर रोड स्थित एक गार्डन होटल में फायरिंग की थी. इस बीच, पुष्कर के डिप्टी एसपी इस्लाम खान ने कहा कि आरोपी सूर्य प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने उसके कब्जे से एक देसी पिस्तौल और तीन गोलियां बरामद की हैं. जबकि धर्म प्रताप सिंह व उनका सहयोगी मौके से फरार हो गया.

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‘आरोपियों के खिलाफ दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज’

उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें तीन मामलों में सूर्य प्रताप सिंह को दोषी करार दिया गया था. वे जबरन वसूली, धमकी और भू-माफिया में शामिल हैं. मृतक सवाई सिंह भी कई मामलों में शामिल था. जांच में पता चला कि आरोपियों ने दोनों हाथों में पिस्टल लिए हुए थे और सवाई सिंह पर फायरिंग कर दी और एक दिनेश तिवारी घायल हो गया. सवाई सिंह के सिर और पेट में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर तीन लोग रिसॉर्ट में घुसे और कमरा मांगा.

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